Pandit Dhirendra Shastri ने पाकिस्तान को बताया कुत्ते की पूंछ

Pandit Dhirendra Shastri : पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सीजफायर का उल्लघंन होने पर पाकिस्तान पर जमकर हमला बोलते हुए कुत्ते की पूंछ बताया है। उन्होंने आगे कहा कि वह कभी सुधर नहीं सकता।

Pandit Dhirendra Shastri : उज्जवल प्रदेश, छतरपुर. कथावाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) का बड़ा बयान सामने आया है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सीजफायर का उल्लघंन होने पर पाकिस्तान पर जमकर हमला बोलते हुए कुत्ते की पूंछ बताया है। उन्होंने आगे कहा कि वह कभी सुधर नहीं सकता।

मीडिया से बातचीत में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि देखो पाकिस्तान बिगड़ैल औलाद है। यह कभी नहीं सुधर सकता। कुत्ता की पूंछ में पुगरिया कितनी देर तक डालो। वह हमेशा टेढ़ी की टेढ़ी रहती है। पाकिस्तान चाहे कितने ही समझौते कर ले। हर समझौते के बाद सीजफायर का उल्लंघन करेगा।

शास्त्री बोले – घर में घुसकर मारना होगा

देखो जब तक घर में घुसकर सेना और पीएम मोदी के पास इससे बेहतर उपाय नहीं है। भारत की भूमि पीओके लेने का सबसे सही समय है। घर में घुसकर केवल मिसाइल दागने भर से काम नहीं चलेगा। POK को भारत के अंतर्गत लाना चाहिए। और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। क्योंकि ये बिगड़ैल औलाद। देखो बातों के भूत बातों से नहीं मानते। समझदार के लिए इशारा काफी है।

पंजाब प्रांत की CM को दिया जवाब

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने पाकिस्तान के पूर्व पीएम की बेटी और पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की पहली महिला मुख्यमंत्री के परमाणु बम वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बहन तुम्हारे पास 80 है तो यहां 82 प्लस हैं। गिनती नहीं है कोई। युद्ध किसी देश का हल नहीं है।
कहीं भी युद्ध होगा दोनों देशों की क्षति होगी, लेकिन विनय ना मानत जलध जड़ गए तीन दिन बीति।

बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीति। अर्थात्- जब तीन दिन तक विनती करने पर समुद्र नहीं माना तो रामजी ने भी धनुष-बाण उठाया। भगवान परशुराम ने फरसा उठाया। भगवान कृष्ण ने भी सुदर्शन चक्र उठाया। उसी प्रकार भारत की सेना को पाकिस्तान के खिलाफ बिगुल बजाकर उसको अब मजा चखाना ही पड़ेगा।

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और… More »

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