MP Board: पांचवी और आठवीं कक्षा की परीक्षाओं का बदला पैटर्न
MP Board: प्रदेेश के प्राइमरी और मिडिल कक्षाओं के छात्रों को परीक्षा में अधिक अंक पाने का मौका दिया गया है।

MP Board: उज्जवल प्रदेश, भोपाल. प्रदेेश के प्राइमरी और मिडिल कक्षाओं के छात्रों के लिए बड़ी राहत की खबर है। उन्हें अब परीक्षा में अधिक अंक पाने का मौका दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा पांचवी और आठवीं की वार्षिक परीक्षा के प्रश्नपत्रों की रूपरेखा और अंक योजना जारी की गई है। इसमें प्रश्नों के छोटे-छोटे उत्तर अधिक देने का विकल्प रखा गया है। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ, रिक्त स्थान भरो और अति लघु उत्तरीय प्रश्न अधिक पूछे जाएंगे। जबिक दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों की संख्या बेहद कम होगी।
- मंडल की यह वार्षिक परीक्षा 24 फरवरी से शुरू होकर पांच मार्च तक चलेगी।
- इस परीक्षा के लिए प्रदेश में 12 हजार केंद्र बनाए गए हैं।
- दोनों कक्षाओं के करीब 24 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे।
- इस सबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
- परीक्षा परिणाम के लिए अधिभार अंक भी निर्धारित कर दिया गया है।
इसके मुताबिक अर्द्धवार्षिक परीक्षा के लिए अधिभार अंक 20, वार्षिक परीक्षा लिखित अधिभार अंक 60 और वार्षिक परीक्षा प्रोजेक्ट कार्य के लिए अधिभार अंक 20 निर्धारित किए गए हैं। प्रत्येक विषय में दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों की संख्या चार होगी। वहीं पांच बहु विकल्पीय प्रश्न, पांच रिक्त स्थान भरो और छह अति लघुउत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। लघु उत्तरीय प्रश्नों की संख्या भी छह होगी। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा निर्धारित ब्लू प्रिंट के आधार पर प्रश्न-पत्र तैयार होंगे। सरकारी स्कूलों के लिए प्रश्न-पत्र राज्य स्तर से तैयार कराए जाएंगे, जबकि निजी स्कूल निर्धारित ब्लू प्रिंट के आधार पर प्रश्न-पत्रों को स्वयं तैयार कराएंगे। सरकारी स्कूलों में भाषा विषय (हिंदी, अंग्रेजी व संस्कृत) की राज्य स्तर के एससीईआरटी पाठ्यपुस्तक से और निजी स्कूलों में एनसीईआरटी से प्रश्न पूछे जाएंगे। अन्य विषयों के प्रश्नपत्र एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तक से पूछे जाएंगे।
पांचवीं के 34,213 और आठवीं के 34,773
भोपाल जिले में दोनों कक्षाओं की परीक्षा में करीब 68 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। इसमें पांचवीं के 34,213 और आठवीं के 34,773 विद्यार्थी होंगे। जिले में करीब 250 केंद्र बनाए गए हैं।
33 प्रतिशत अंक लाना जरूरी
प्रत्येक विषय की लिखित परीक्षा व आंतरिक मूल्यांकन में अलग-अलग न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। प्रत्येक विषय के बाह्य एवं आंतरिक मूल्यांकन में न्यूनतम अर्हकारी अंक प्राप्त नहीं करने वाले परीक्षार्थी को फिर से परीक्षा देनी होगी। उसमें भी पास नहीं हुए तो उसी कक्षा में दोबारा पढ़ना होगा।
छमाही, वार्षिक परीक्षा के जुड़ेंगे नंबर
- छमाही परीक्षा-अधिभार 20 अंक
- वार्षिक परीक्षा(लिखित) – 60 अंक
- आंतरिक मूल्यांकन (प्रोजेक्ट कार्य) -20 अंक
लिखित परीक्षा में इस तरह के पूछे जाएंगे प्रश्न
बहु विकल्पीय प्रश्न-पांच अंक (पांच प्रश्न)
रिक्त स्थान की पूर्ति वाले प्रश्न-पांच अंक (पांच प्रश्न)
अति लघुउत्तरीय प्रश्न -12 अंक (छह प्रश्न)
लघु उत्तरीय प्रश्न -18 अंक (छह प्रश्न)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-20 अंक (चार प्रश्न)