Planet Parade 2025: 396 अरब साल बाद आज दिखेंगे सात ग्रह एक साथ, जानें प्लैनेट परेड से जुड़ी खास बातें
Planet Parade 2025: प्लैनेट परेड एक दुर्लभ खगोलीय घटना है, जब सौर मंडल के सात ग्रह एक सीध में नजर आते हैं। आज, 21 जनवरी, यह अद्भुत नजारा भारत में भी देखा जा सकेगा। हालांकि, यह दावा कि यह घटना 396 अरब साल में पहली बार हो रही है, गलत है।

Planet Parade 2025: उज्जवल प्रदेश, भोपाल. खगोल विज्ञान के दीवानों के लिए आज का दिन बेहद खास है। 21 जनवरी को “प्लैनेट परेड” नामक दुर्लभ खगोलीय घटना का नजारा दिखेगा, जब सौर मंडल के सात ग्रह एक सीध में नजर आएंगे। इस अद्भुत घटना ने दुनियाभर के लोगों को उत्साहित कर दिया है। हालांकि, यह दावा कि यह घटना 396 अरब साल में पहली बार हो रही है, पूरी तरह से गलत है।
Planet Parade : क्या है यह घटना?
प्लैनेट परेड एक दुर्लभ खगोलीय घटना है, जब सौर मंडल के कुछ या सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षाओं में घूमते हुए एक सीधी रेखा में नजर आते हैं। इसे प्लेनेटरी अलाइनमेंट (Planetary Alignment) भी कहा जाता है। इस घटना में ग्रह एक ही दिशा में एक सीधी रेखा जैसा आभास देते हैं। आमतौर पर शुक्र (Venus), मंगल (Mars), बृहस्पति (Jupiter), और शनि (Saturn) नग्न आंखों से देखे जा सकते हैं, जबकि यूरेनस (Uranus) और नेपच्यून (Neptune) को देखने के लिए टेलिस्कोप की आवश्यकता होती है।
क्या यह घटना पहली बार हो रही है?
फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 396 अरब साल में पहली बार प्लैनेट परेड होने का दावा पूरी तरह से गलत है। यूनिवर्स को बने हुए केवल 13.8 अरब साल हुए हैं। यह दावा 1997 में प्रकाशित एक पुस्तक से लिया गया था, जिसे बाद में खारिज कर दिया गया। हालांकि, प्लैनेट परेड अपने आप में एक दुर्लभ घटना है। पिछली बार यह 28 मार्च 2023 को हुई थी, जब शुक्र, मंगल, बृहस्पति, बुध और यूरेनस एक सीध में दिखाई दिए थे।
भारत में कब और कैसे देख सकते हैं?
- भारत में यह दुर्लभ खगोलीय नजारा आज सूर्यास्त के बाद साफ आसमान में देखा जा सकता है। सबसे अच्छा समय शाम 7:30 बजे से 9:00 बजे के बीच होगा।
- नग्न आंखों से शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि देखे जा सकते हैं।
- यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए टेलिस्कोप की जरूरत होगी।
- देखने के लिए किसी प्रदूषण-रहित और अंधेरे स्थान का चयन करें।
क्यों है यह घटना खास?
प्लैनेट परेड खगोल विज्ञान में बेहद खास मानी जाती है क्योंकि यह हर साल नहीं होती। यह न केवल खगोलीय विज्ञान के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी ब्रह्मांड की विशालता को समझने का अवसर है। इस घटना के प्रति लोगों का आकर्षण और जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेषज्ञ इसे देखने के टिप्स साझा कर रहे हैं।