एमजीआर जयंती समारोह में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री ने डीएमके पर साधा निधाना

चेन्नै
तमिलनाडु के दिवंगत नेता एम जी रामचंद्रन की 100वीं जयंती के समापन समारोह में मुख्यमंत्री के पलानिसामी और उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने डीएमके को आड़े हाथों लेते हुए सत्तारूढ एआईएडीएमके की उपलब्धियों को बताया। पलानिसामी ने डीएमके के इस आरोप को खारिज किया कि एमजीआर जयंती समारोह पर बहुत धन खर्च किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह समारोह आडंबरपूर्ण नहीं बल्कि जनता के लिए केन्द्रित है। उन्होंने कहा, ‘हर कार्यक्रम जनता के लिए किए गए कार्यों की ओर केन्द्रित हैं।’ स्टालिन ने इन कार्यक्रमों को आंडबरपूर्ण करार देते हुए सरकार पर कार्यक्रमों से राजनीतिक लाभ लेने और उनकी पार्टी पर निशाना साधने का प्रयास करने का आरोप लगाया था। उन्होंने इन कार्यक्रमों में भाग लेने से इनकार किया था। एएमएमके नेता टी टी वी दिनाकरण ने भी कहा था कि वह इस में भाग नहीं लेंगे।
पलानिसामी ने कहा कि स्टालिन को एआईएडीएमके सरकार के बारे में हमेशा झूठ बोलने की आदत है। शताब्दी समारोहों के समापन के मौके पर मुख्यमंत्री ने चेन्नै के लिए 18.79 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घोषणा की, जिसमें एक विश्वस्तरीय अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का प्रस्ताव शामिल है। उपमुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने दावा किया कि समापन समारोह में दस लाख लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में डीएमके और उसके दिवंगत नेता एम. करुणानिधि को निशाना बनाए जाने के स्टालिन के आरोपों पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कावेरी जैसे मुद्दे पर दिवंगत एमजीआर और जयललिता जैसे एआईएडीएमके के नेताओं की उपलब्धियों की चर्चा करने के दौरान उन्हें कावेरी जैसे मुद्दों पर डीएमके सरकार के ‘विश्वासघात’ का उल्लेख करना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘डीएमके के सत्ता में रहने के दौरान कावेरी, श्रीलंकाई तमिल मुद्दे और कच्चातीवू द्वीप को सुपुर्द करने जैसे मुद्दों पर उसके विश्वासघात का उल्लेख हम कैसे नहीं करते।’ श्रीलंका में तमिलों (श्रीलंका में 2009 में चले गृह युद्ध के दौरान) की हत्या का उल्लेख करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि इसे रोकने के लिये कोई प्रयास नहीं किए गए। उस वक्त राज्य और केंद्र में क्रमश: डीएमके और कांग्रेस की सरकारें थीं।