गुलाम नबी आजाद ने बड़ा बयान दिया: महागठबंधन के लिए हाथ बढ़ाया, लेकिन अकेले चुनाव में उतरने को तैयार

लखनऊ/बाराबंकी
आगामी लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने बड़ा बयान दिया है। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि भले ही कांग्रेस ने समान विचारधारा वाले दलों की ओर महागठबंधन के लिए हाथ बढ़ाया है, लेकिन पार्टी अकेले भी चुनाव में उतरने को तैयार है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के इस बयान को अन्य दलों पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है।
बाराबंकी के जीआईसी ग्राउंड में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में गुरुवार को गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमने सभी समान विचारधारा की पार्टियों की ओर गठबंधन के लिए हाथ बढ़ाया है, लेकिन अकेले भी चुनाव में उतरने के लिए तैयार हैं। इससे पहले सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पार्टी अब रुतबे वाले के बजाय केवल पार्टी के लिए समर्पित कार्यकर्ता को ही संगठन में पद देगी।
'पीएम की आदत है दूसरे के बाथरूम में झांकना'
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने एसपी के अंदरूनी विवाद पर कहा कि यह कल्चर कांग्रेस का नहीं है कि किसके यहां पर क्या हो रहा है, इसके लिए ताकझांक करे। यह तो बीजेपी खासकर पीएम का है जोकि दूसरों के बाथरूम में झांकते हैं। उन्होंने यह भी कहा, 'इस बार सत्ता के लिए नहीं देश को बचाने के लिए पार्टी चुनाव में उतरेगी। बीजेपी यदि दोबारा सत्ता में आई तो देश फिर गुलामी की जंजीरों से जकड़ जाएगा।’
संगठन को मजबूत करने के लिए सम्मेलन
कार्यकर्ता सम्मेलन में राज्यसभा सदस्य और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीएल पुनिया ने कहा, 'कांग्रेस तेजी से जनाधार बढ़ा रही है। जनता का अब एक ही मकसद है कि बीजेपी से सत्ता छीनो। यह कार्य कांग्रेस करने जा रही है।' कांग्रेस के एससी प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव तनुज पुनिया ने भी अपने विचार रखे। यह सम्मेलन नेताओं को कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर संगठन को मजबूत करने के लिए उनकी राय लेने के लिए आयोजित किया गया था।
समाजवादी पार्टी के रुख के बाद आया जवाब
इससे पहले समाजवादी पार्टी (एसपी) ने उत्तर प्रदेश में महागठबंधन बनाने की कवायद को झटका देते दिखी थी। 2019 में बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बनाने में लगी समाजवादी पार्टी ने संकेत दिए थे कि वह महागठबंधन में कांग्रेस को शामिल करने की इच्छुक नहीं है। सूत्रों के अनुसार एसपी कांग्रेस को केवल रायबरेली और अमेठी की सीट देना चाहती है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के हालिया बयान को एसपी समेत अन्य दलों पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है।