MP Political News: पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया फिर भाजपा में शामिल
MP Political News: जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया दोबारा BJP में शामिल हो गए हैं। भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा की मौजूदगी में

MP Political News: उज्जवल प्रदेश, भोपाल. मध्यप्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया दोबारा BJP में शामिल हो गए हैं। भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। सिद्धार्थ ने कहा- पार्टी का आभार कि मुझे दोबारा मौका दिया। 2020 के दमोह उपचुनाव में सिद्धार्थ को बगावत करने पर BJP ने निष्कासित कर दिया था। भाजपा प्रत्याशी की हार का ठीकरा उनके सिर फूटा था। पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते भाजपा ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था।
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बता दें, दमोह के विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह को 17000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था और कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन चुनाव जीते थे। राहुल सिंह ने हार के लिए मलैया परिवार को जिम्मेदार ठहराया था और पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया था। जिसके बाद संगठन ने कार्रवाई करते हुए पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को नोटिस जारी किया था और उनके बेटे सिद्धार्थ मालैया सहित पांच मंडल अध्यक्ष को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था। पूर्व वित्तमंत्री और उनके बेटे के साथ सभी ने अपना जवाब प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को दिया था, लेकिन सिद्धार्थ की वापसी नहीं हुई।
इसके बाद लगातार कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धार्थ की घर वापसी होगी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ और नगर पालिका चुनाव के दौरान सिद्धार्थ ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद शहर के 31 वॉर्ड में उनके समर्थकों ने टीएसएम के बैनर तले चुनाव लड़ा था, जिसमें से पांच प्रत्याशी पार्षद पद का चुनाव भी जीते थे और इसी के चलते दमोह में भाजपा की नगरपालिका नहीं बन पाई थी और कांग्रेस यहां काबिज हो गई थी। लगातार भाजपा को दमोह में हार का सामना करना पड़ रहा था। जिला पंचायत में भी भाजपा हार गई थी, इसके अलावा हटा नगर पालिका जहां पर भाजपा का कब्जा था, वहां भी कांग्रेस ने अपना कब्जा जमाया था।
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दो दिन पूर्व ही मध्यप्रदेश भाजपा प्रभारी मुरलीधर राव जब दमोह आए थे, तब उन्होंने कहा था कि पुराने साथियों को वापस लाकर दमोह सीट 100% जीतेंगे और 51 प्रतिशत वोट शेयर भी लेंगे। जिससे लगने लगा था कि पार्टी अपने पुराने कार्यकर्ताओं की हर हाल में वापसी करेगी और 2023 विधानसभा चुनाव के पहले समीकरण बदलेंगे। गुरुवार को ये हुआ भी, जब सिद्धार्थ सहित पांचों मंडल अध्यक्ष की वापसी हो गई। इसके अलावा उन लोगों की वापसी की जाएगी, जिन्होंने नगर पालिका चुनाव के दौरान पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। सिद्धार्थ मालैया की भाजपा में वापसी के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थक काफी खुशी मना रहे हैं और लिख रहे हैं कि एक ना एक दिन तो यह होना ही था।
वहीं, सिद्धार्थ मलैया ने अपनी वापसी पर कहा कि पार्टी का आभार कि मुझे दोबारा मौका दिया। सिद्धार्थ मलैया के साथ ही भाजपा के पूर्व पांच मंडल अध्यक्ष मनीष तिवारी, अभिलाष हजारी, अजय सिंह, संतोष रोहित, देवेंद्र राजपूत की भी घर वापसी हो गई है।
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क्या गिर सकती है नगर पालिका में कांग्रेस की सरकार
सिद्धार्थ मलैया की वापसी के साथ ही टीएसएम का विलय भी भाजपा में हो गया है। टीएसएम के पांच पार्षद दमोह नगर पालिका में जीते हैं। अब इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं, नगर पालिका में कांग्रेस की सरकार गिर सकती है क्योंकि ऐसा बताया जाता है कि इन पांच पार्षदों ने अध्यक्ष चुनाव के समय कांग्रेस का समर्थन किया था और अब यह लोग भाजपा में शामिल हो गए। अभी दमोह नगर पालिका में भाजपा 14, कांग्रेस 17, टीएमस 5 और 3 निर्दलीय पार्षद हैं।