तीन शवों का डीएनए जांच में पहचान के बाद पोस्टमार्टम, परिजनों को सौंपे शव

नई दिल्ली
मुंडका अग्निकांड में तीन मृतकों के शवों को बुधवार को संजय गांधी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिया। मृतक मधु, मुस्कान व नरेंद्र के शव उनके स्वजन लेने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। शव मिलते ही उनकी आंखें नम हो गईं। बता दें, हादसे में 27 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें आठ शवों का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया गया था। ऐसे में अब तक कुल 11 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है। आठ माह पहले पिता को खोया अब बहन हमेशा के लिए दूर हो गई: अस्पताल में छोटी बहन मुस्कान का शव लेने पहुंचे इस्माइल गमगीन दिख रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्हें पुलिस ने मंगलवार को फोन कर अस्पताल आने कहा तो मन में जो बहन के जिंदा होने की झूठी सी दिलासा थी, वह खत्म हो गई। आठ माह पहले ही पिता इस्लामुद्दीन को खोया था और अब बहन हमेशा के लिए दूर हो गई।

बेटियों को झूठी दिलासा देता रहा, अब उन्हें क्या बताऊं: अस्पताल में मिले मृतक मधु के पति अमित ने बताया कि हादसे के बाद दोनों बेटियां पांच साल की राधा और दो साल की आराध्या को संभालना मुश्किल हो गया है। दोनों अपनी मां को खोजती रहती हैं। बच्चियों को अब तक झूठी दिलासा देता रहा कि एक दिन उनकी मम्मी आएंगी। लेकिन अब उन्हें क्या बताउंगा। मधु के शव का देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं, मृतक नरेंद्र के भाई प्रमोद व गोपाल ने बताया कि डीएनए जांच की रिपोर्ट मिलने को लेकर जब पुलिस का फोन आया तो घर का माहौल और गमगीन हो गया। अभी तक दबी छिपी उम्मीद थी, वह भी खत्म हो गई। अस्पताल के शवगृह पर बुधवार को वे लोग भी आए थे, जिनकी डीएनए रिपोर्ट अभी नहीं आई थी।

दरअसल, मुंडका अग्निकांड मामले में डीएनए प्रोफाइल से 10 और शव की पहचान हुई है। इनमें पूजा, मधु, प्रीति, पूनम, मुशरत, गीता चौहान, सोनम, अमरनाथ गोयल, आशा व भारती नेगी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार संबंधित पीड़ित परिवार को पहचान के बाबत सूचना दे दी गई है। बृहस्पतिवार को संजय गांधी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिए गए। गौरतलब है कि इससे पहले डीएनए प्रोफाइल के मिलान से 10 शव की पहचान हो चुकी है, यानि अभी तक 20 शव की पहचान हो चुकी हैं। अब केवल सात शव की पहचान शेष रही है।

Deepak Vishwakarma

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