PRADIP MISHRA बोले- ‘BIKES REPAIRING के बहाने दूसरों से पेट्रोल डलवाकर ACTION दिखाने वालों से CAREFUL रहना बेटियों’
PRADIP MISHRA ने कहा कि ऐसे बाइक सुधारने वालों से सावधान रहें, जो दूसरों का पेट्रोल डलवाकर गाड़ी से एक्शन दिखाते हैं। प्रसिद्ध कथा वाचक ने कहा कि वे 10 रुपए की चाऊमीन खिलाकर तुम्हें फंसाने का प्रयास करेंगे।

PRADIP MISHRA: उज्जवल प्रदेश, जयपुर/ सीहोर. जयपुर में कथा वाचक प्रदीप मिश्रा (PRADIP MISHRA) ने लव जिहाद, पाकिस्तान समेत कई मुद्दों पर खुलकर बोले। उन्होंने कहा (Said Daughters) – कन्यादान का मौका भगवान उसी को देता है, जो हिम्मत वाले होते हैं। कई सारे यज्ञ अनुष्ठान किए हों। किस्मत वाले होते हैं, जिनके घर में बेटियां जन्म होता है वह हिम्मत वाले होते है।
माता-पिता बेटी का कन्यादान कर देते हैं। उन्हें पिंडदान करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसलिए बेटियों से निवेदन है, ऐसे मोटरसाइकिल सुधारने वालों (Repairing Bikes) से (From) सावधान (Careful) रहना। दूसरों का पेट्रोल डलवाकर (Petrol Filled), गाड़ी से एक्शन (Actionist) दिखाकर, 10 रुपए की चाऊमीन खिलाकर तुम्हें फंसाने का प्रयास करेंगे।
विद्याधर नगर में शिव महापुराण के चौथे दिन प्रदीप मिश्रा ने कहा- बेटियां लव जिहाद से सावधान रहना और अपने मां बाप को कन्यादान का मौका देना। इससे आपके जीवन की सार्थकता होगी। थोड़ी सी बॉडी और फैशन देखा। 10-20 बार तुम्हारे मोबाइल में 60-60 रुपए का बैलेंस डलवा दिया। उतने में तुम उसके लिए कहने लग जाती हो।
तुम्हारे बिना चैन आता नहीं, तेरे सिवा और कोई भाता नहीं है। माता-पिता के लिए तुम चांद का टुकड़ा, अब तुम्हे दूसरा चांद का टुकड़ा पसंद आ रहा उन्होंने कहा- बड़े आश्चर्य की बात है, जिस माता-पिता ने पूरी जिंदगी निकाल दी। पढ़ने के लिए जयपुर भेजा, खर्चा किया, जमीन गिरवी रख दी। मां ने अपना जेवर तुम्हे पढ़ाने के लिए बेच दिया।
माता-पिता के लिए तुम चांद का टुकड़े थे। आज तुम्हें वो दूसरा चांद पसंद आ रहा है। थोड़ा समझो। दोस्ती किसी से भी हो, कहीं भी पढ़ो। कह दो कि माता-पिता के बिना कुछ नहीं। जहां मेरे माता पिता चाहेंगे, वो कन्यादान करेंगे। तभी शादी करूंगी नहीं तो मेरे लिए सब धूल है।
प्रदीप मिश्रा ने कहा- परमात्मा, मां-पिता, पत्नी पर कभी शंका नहीं करनी चाहिए। शंका हमारे जीवन को नष्ट कर देती है। शंका जहां करना हो वही करें।
बचपन की बात दिल और 55 की बात दिमाग में मत रखो कथा वाचक ने कहा- व्यक्ति को बचपन और 55 दो अवस्थाओं में सावधान रहना चाहिए। बचपन में कोई बात दिल में मत रखो। 55 की उम्र में कोई बात दिमाग में मत रखो। इससे आप जिंदगी मस्त तरीके से जी सकते हैं। कानों में कुंडल इसलिए पहनते हैं, क्योंकि अच्छी बात कान से सुनो और जो बात बुरी हो उसे बाहर से ही निकाल दो।
महिला के लिए उसका सबसे बड़ा धन शिक्षा उन्होंने कहा- महिला, लड़की के जीवन का सबसे बड़ा धन कौन सा है। कई लोगों ने शिवमहापुराण को सही से जाना भी नहीं और उस पर आक्षेप लगा दिया। दुनिया में महिला के लिए उसका सबसे बड़ा धन शिक्षा है। उससे बड़ा धन दुनिया में कोई नहीं है। जयपुर की धरती पर मैं यह बात कह कर जा रहा हूं।
बेटों को जितना पढ़ाना है पढ़ाओ, लेकिन बेटी को उससे दोगुना पढ़ाओ। बेटी को कन्यादान की जरूरत नहीं पड़े। बेटी को ऐसा शिक्षा का दान देना। अपनी बेटी को अच्छे संस्कार देकर भेजना। उसे अच्छे स्कूल कॉलेज में पढ़ाओ। स्वामी विवेकानंद, रामकृष्ण परमहंस, महाराणा प्रताप, शिवाजी महाराज जैस महापुरुषों को भी जन्म देने वाली एक महिला ही है।
पाकिस्तान से बदला लिया जाएगा कथा के दौरान हिमालय और पार्वती के बीच अपने भाई की हत्या का बदला लेने के प्रसंग को सुनाते हुए प्रदीप मिश्रा ने कहा- कभी- कभी बदला लेने के लिए केवल पराक्रम या वीरता की जरूरत नहीं होती। बदला लेने के लिए थोड़ी बहुत बुद्धि की भी जरूरत होती है। अभी कई लोग सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं कि 8 दिन निकल गए, 10 दिन निकल गए, पाकिस्तान से बदला लेना था। पाकिस्तान से बदला लिया जाएगा। लेकिन जल्दबाजी में नहीं।
एक युद्ध बम और गोले से लड़ा जाता है। एक युद्ध बुद्धि से लड़ा जाता है। जयपुर वासियों का भगवान शंकर से कोई संबंध होगा प्रदीप मिश्रा ने कहा- जयपुरवासियों का भगवान शंकर से कोई संबंध होगा, जो यह कथा फिर शुरू हुई। आप में से कई भाई-बहनों के आंखों के आंसू शिवजी को चुभ रहे होंगे। यह कथा किसी के वश की बात नहीं। इसे स्वयं जयपुर नरेश गोविंद देवजी करवा रहे हैं। यह कथा उन्हीं की मुस्कान से, मुरली के तान से फिर से शुरू हुई।