राजस्थान: कांवड़ यात्रा में लाउडस्पीकर और डीजे बजाने पर लगी रोक, देर रात तेज आवाज संगीत पर लगी पाबंदी

जयपुर
राजस्थान में 14 जुलाई से प्रारम्भ हो रहे श्रावण के महीने को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। श्रावण के महीने में कांवड़ पदयात्रा के दौरान लाउडस्पीकर और डीजे नहीं बजाया जा सकेगा । राजस्थान में शादी समारोह में रात 10 बजे बाद तेज आवाज में नहीं बज सकेगा संगीत, इस संबंध में प्रदेश की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने जिला कलक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने देश और प्रदेश में बढ़ते साम्प्रदायिक उन्माद की घटनाओं को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन को सजग रहने के निर्देश दिए हैं।

जानकारी हो कि प्रदेश में वाहनों पर लाउडस्पीकर और डीजे लगाने वालों के खिलाफ सख्ती की जाएगी। इन्हें जब्त करने के साथ ही मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । 14 जुलाई से प्रारम्भ हो रहे श्रावण के महीने को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। श्रावण के महीने में लोग शिव मंदिरों तक पदयात्रा करते हैं। पदयात्रा के दौरान धार्मिक भजन और संगीत बजाने के साथ ही कई बार नारेबाजी भी होती है।

खुफिया विभाग से सरकार को जानकारी मिली है कि पदयात्रा में लाउडस्पीकर, डीजे बजाने और नारेबाजी करने से तनाव उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में इन पर रोक लगाई जानी चाहिए। मुख्य सचिव ने साम्प्रदायिक उन्माद की घटनाओं को टालने के लिए हिंदू और मुस्लिम समुदाय के प्रमुख लोगों के साथ पुलिस थाना स्तर से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय क स्तर पर बैठक करने के निर्देश दिए हैं।

गृह विभाग के प्रमुख सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से संवाद कर पुलिस अधीक्षकों से कहा कि नियमों में वाहनों में मनचाहे बदलाव करने पर रोक है। लेकिन कांवड़ यात्रा के दौरान मनचाहा बदलाव किया जाता है। यह अब नहीं हो सकेगा। शादी समारोह सहित अन्य कार्यक्रमों में रात 10 बजे बाद संगीत की तेज आवाज होने पर संगीत सयंत्र को जब्त किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पिछले महीने में करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा और बारां जिलों में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव उत्पन्न हुआ था ।  

 

Deepak Vishwakarma

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