राजस्थान-जालौर में किसान संगठन के समर्थन में ग्राम बंद, आंदोलन का नहीं देख रहा असर

जालौर।

जालौर में 29 जनवरी से किसानों की ग्राम बंद योजना के तहत आंदोलन का असर देखने को नहीं मिला। जिले भर में हमेशा की तरह गांव में रोजमर्रा की तरह चहल-पहल जारी रही। दरअसल तीन-चार दिन पूर्व राजस्थान किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारी ने एक प्रेस वार्ता कर 29 जनवरी से ग्राम बंद योजना के तहत आंदोलन का आह्वान किया गया था। हालांकि इस आंदोलन को लेकर किसी भी प्रकार का असर जालौर जिले में नहीं रहा।

राष्ट्रीय संगठन किसान महापंचायत के समर्थन में किसान संघर्ष समिति ने प्रेस वार्ता करते हुए 29 जनवरी से आंदोलन की शुरुआत करने का निर्णय लिया गया था, जिसमें किसानों की विभिन्न समस्याओं और अनाज के समर्थन मूल्य सहित पानी सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर आंदोलन की तैयारी करने के लिए बात रखी गई। जिसमें किसान नेता विक्रम सिंह पुनासा ने हवन करते हुए कहा था कि 29 जनवरी से अब गांव के लोग न तो बस न ट्रेन और नहीं शहर या कस्बे में जाएंगे। किसान अपने खेतों में काम करेंगे, लेकिन गांव से बाहर किसी भी प्रकार की गतिविधि नहीं होगी। जिसमें दूध सब्जी और अनाज की बिक्री पर भी रोक रहेगी। किसानों की ओर से लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से विरोध किया जाएगा। लेकिन 29 जनवरी को इस आंदोलन की कड़ी में जालौर जिले भर में कहीं पर ऐसी स्थिति सामने नहीं आई। हमेशा की तरह हालात सामान्य रहे।

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। वे समाचार का प्रबंधन करने, सामग्री तैयार करने और समय पर सटीक समाचार प्रसारण सुनिश्चित करने में माहिर हैं। वर्तमान घटनाओं की गहरी समझ और संपादकीय कौशल के साथ, उन्होंने समाचार उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उन्होंने राजनीति, व्यापार, संस्कृति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समाचार कवरेज एवं संपादन किया है।

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