मध्यपद्रेश में गरीबों का साथी है Sambal Yojana
Sambal Yojana: मप्र सरकार द्वारा शुरू की गई संबंल योजना को आज किसी की पहचान की जरूरत नहीं है। इस योजना के तहत गरीबों को मुफ्त शिक्षा, हादसे में मदद, दुर्घटना में मौत पर सरकार देती है 4 लाख रुपए तक की मदद ।

Sambal Yojana: उज्जवल प्रदेश डेस्क. मप्र सरकार द्वारा शुरू की गई संबंल योजना को आज किसी की पहचान की जरूरत नहीं है। इस योजना के तहत गरीबों को मुफ्त शिक्षा, हादसे में मदद, दुर्घटना में मौत पर सरकार देती है 4 लाख रुपए तक की मदद ।
संबल योजना का उद्देश्य है कि श्रमिकों और उनके परिवारों को दुर्घटना, मृत्यु, दिव्यांगता और अन्य कठिन परिस्थितियों में वित्तीय सहायता प्रदान करना । इस योजना के अंतर्गत हादसे में मौत होने पर मजदूर परिवार को 4 लाख रुपये की सहायता दी जाती है, वहीं सामान्य मौत पर 2 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है।
इसलिए खास है संबल योजना
मप्र में चल रही संबल योजना इसलिए खास है क्योंकि यह असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के लिए बनाई गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों और उनके परिवारों को हादसे, मौत, दिव्यांगता और कई कठिन परिस्थितियों में आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
इस योजना के तहत दुर्घटना में मृत्यु होने पर श्रमिक परिवार को 4 लाख रुपये की सहायता दी जाती है, जबकि सामान्य मृत्यु पर 2 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है। आंशिक स्थायी अपंगता पर 1 लाख रुपये दिए जाते हैं। वहीं श्रमिक को अंतिम संस्कार के लिए 5,000 की आर्थिक सहायता भी योजना में शामिल है।
प्रसूति सहायता के रूप में 16 हजार रुपये मिलते हैं
संबल योजना के अंतर्गत श्रमिक महिला श्रमिकों को भी इस योजना में विशेष लाभ दिया गया है। उन्हें प्रसूति सहायता के रूप में 16 हजार रुपये प्रदान किए जाते हैं। वहीं, श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है।
सालाना 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क इलाज होता है
प्रदेश में अब तक 1।73 करोड़ श्रमिकों का संबल 2।0 योजना के तहत पंजीयन किया जा चुका है। इन श्रमिकों को आयुष्मान भारत निरामय योजना का लाभ भी दिया जा रहा है, जिसके अंतर्गत वे सालाना 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा दी जाती है।
सरकार का महत्वपूर्ण कदम
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संबंल योजना निर्माण श्रमिकों के लिए भी विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं। निर्माण मंडल के माध्यम से श्रमिकों के लिए मृत्यु, अपंगता और अन्य कठिन परिस्थितियों में आर्थिक सहायता प्रदान करना शामिल है। यह कदम निर्माण श्रमिकों के जीवन में स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।