शुक्र ग्रह को माना जाता है सुख और वैभव का ग्रह

नई दिल्ली
ज्योतिष में वैभव, ऐश्वर्य और सुख के लिए मुख्य रूप से शुक्र जिम्मेदार होता है. किसी भी व्यक्ति के जीवन में बिना शुक्र के, न तो अच्छा वैवाहिक जीवन मिल सकता है, न ही किसी तरह का सुख मिल सकता है. अन्य ग्रह सुविधा और साधन तो दे सकते हैं, पर सुख नहीं दे सकते हैं.
क्या है लक्षण शुक्र के कमजोर होने के?
- व्यक्ति बिलकुल आकर्षक नहीं होता, न तो रूप रंग से और न ही परिधान से .
- व्यक्ति बहुत साफ़ सुथरा और अच्छे तरीके से नहीं रहता.
- सुविधा कितनी भी जुटा ले पर सुख नहीं पा सकता .
- अगर पुरुष का शुक्र कमजोर है तो उसे स्त्री सुख कभी नहीं मिल सकता.
- साथ ही दाम्पत्य जीवन में सुख आ ही नहीं सकता.
- ऐसे व्यक्ति ज्यादातर काम भाव और प्रदर्शन में ही लिप्त रहते हैं .
क्या है शुक्र के मजबूत होने के लक्षण?
- व्यक्ति बहुत आकर्षक होता है,
- दिखने में कैसा भी हो पर व्यवहार और स्वभाव अदभुत होता है.
- ऐसे लोग बहुत ज्यादा नाम-यश अर्जित करते हैं और मीडिया,फिल्म अथवा कला के क्षेत्र में होते हैं.
- ऐसे लोगों को स्त्रियों से बहुत सम्मान मिलता है और दाम्पत्य जीवन सुखद होता है.
- ऐसे लोगों को नींद बहुत अच्छी आती है , सोने में तेज होते हैं .
- सुख और सुविधा बड़ी आसानी से मिल जाती है.
जिनकी कुंडलियों में शुक्र कमजोर है ऐसे लोग शुक्र को बेहतर करने के लिए क्या उपाय करें ?
- शुक्र के मन्त्रों का भोर में जाप करें
- हल्की सुगंध वाले इत्र का प्रयोग करें
- साफ़ सुथरे और अनुशासित तरीके से जीवन बितायें
- प्रातः काल मिसरी और दोपहर के भोजन में दही जरूर खायें
- सफ़ेद रंग या गुलाबी रंग का खूब प्रयोग करें
- महिलाओं और बच्चों के साथ व्यवहार अच्छा रखें