‘अक्षय तृतीया’ : भक्तों ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी
नई दिल्ली
आज पूरे देश में 'अक्षय तृतीया' का पर्व पूरे जोश और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। काशी के गंगा घाट पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि आज के दिन जो भी काम किए जाते हैं उसका क्षय नहीं होता है और इसी कारण लोग आज सारे शुभ और मंगल कामों को करने की कोशिश करते हैं। आज अबूझ मुहूर्त होता है और इस कारण आज शादी और गृह प्रवेश जैसे शुभ काम किए जाते हैं।
भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को समर्पित है दिन
आज का पावन दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को समर्पित है। इसलिए आज सुबह से ही घरों में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के लिए भी पूजा अर्चाना हो रही है। आज के दिन सोना-चांदी खरीदने की प्रथा भी है, ऐसा माना जााता है कि सोना-चांदी मां लक्ष्मी को काफी प्रिय है और उन्हें खरीदकर भक्त गण उनके प्रति अपने आदर को व्यक्त करते हैं। यही नहीं आज शादी, मुंडन, गृहप्रवेश जैसे मांगलिक कार्य भी किए जाते हैं।
दान अवश्य करें
आज के दिन इंसान को दान भी अवश्य करना चाहिए, इससे उसके कुल का विस्तार और पापों का नाश होता है। कहते हैं कि भगवान विष्णु वैशाख मास की 'अक्षय तृतीया' को ही अवतरित हुए थे। वो ही पालनकर्ता हैं, वो गरीबों की मदद करते थे इसलिए आज के दिन दान-पुण्य करने की भी परंपरा है। जो आज के दिन जरूरतमंदों की मदद करता है वो सीधे विष्णु जी के प्रेम और आशीष का भागीदार बनता है।
मां अन्नपूर्णा का जन्म
यही नहीं आज के दिन मां अन्नपूर्णा का जन्म हुआ था और आज ही के दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं,इसी कारण आज के दिन का काफी महत्व है।
'अक्षय तृतीया' पर पूजा का शुभ मुहूर्त- 3 मई को 5:39 AM से लेकर दिन के 12: 12:18 PM तक का है। इस दौरान की गई पूजा आपको सुख, शांति और वैभव दिलाएगी।