वर्ल्ड कप 2019 के लिए टीम इंडिया में किसका दावा कितना मजबूत

नई दिल्ली 
एशिया कप चैंपियन बनने के बाद भारत के सामने अब असली चुनौती इस फॉर्म को बरकरार रखने की है। एशिया कप के छह मैचों में अपराजित रही टीम इंडिया का मुख्य टारगेट अगले साल इंग्लैंड में होने वाला वर्ल्ड कप है। इस टूर्नामेंट से पहले भारत को 13 वनडे मैच खेलने हैं। यानी उसके पास अब ज्यादा वक्त नहीं है। एशिया कप में चार या इससे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर डालते हुए नवभारत टाइम्स ने यह पता लगाने का प्रयास किया गया है कि क्या ये खिलाड़ी वर्ल्ड कप में खेलने के दावेदार हैं या नहीं: 
 
हिट है ओपनिंग जोड़ी 
2015 में हुए वर्ल्ड कप से लेकर अब तक खेले गए वनडे मैचों की तुलना करें तो रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी हाशिम अमला और क्विंटन डी कॉक की साउथ अफ्रीकी जोड़ी के बाद दुनिया की दूसरी सबसे सफल ओपनिंग जोड़ी है। मौजूदा एशिया कप में इस भारतीय जोड़ी ने 5 मैचों में 87.40 के एवरेज से सर्वाधिक 437 रन जोड़े। रोहित सीधे हाथ से खेलते हैं जबकि शिखर लेफ्टी जिसके बोलर्स के लिए अपनी लाइन-लेंथ को बार-बार संभालना पड़ता है। इंग्लैंड में यह जोड़ी ही पारी का आगाज करेगी, इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं दिखती। 

मिडिल ऑर्डर अभी तय नहीं 
केवल एशिया कप की बात करें तो मिडल ऑर्डर में दिनेश कार्तिक ही प्रभावी रहे जबकि धोनी का प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा खासकर फाइनल में उनकी धीमी बैटिंग के कारण। मिडिल ऑर्डर बैट्समैनों की काबिलियत की परीक्षा हॉन्ग कॉन्ग, अफगानिस्तान और बांग्लादेश (फाइनल) मैच में ही हो सकी। वर्ल्ड कप में धोनी और हार्दिक पंड्या का खेलना तय माना जा रहा है लेकिन मिडल ऑर्डर के बाकी दो स्थानों के लिए अंबाती, मनीष पांडे और केदार जाधव के बीच त्रिकोणीय जंग हैं 

स्पिन और पेस अटैक में मजबूती 
एशिया कप में कुलदीप यादव ने सर्वाधिक 10 विकेट झटके। कुलदीप, युजवेंद्र चहल, रविंद्र जडेजा, और केदार जाधव की स्पिन चौकड़ी ने मिलकर टूर्नमेंट में 29 विकेट चटकाए। हालांकि यह नहीं भूलना चाहिए कि इंग्लैंड की पिचें यूएई जैसी नहीं होंगी, जहां स्पिनर्स का बोलबाला रहा। 
 

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Join Our Whatsapp Group