चोट… कहीं पंत के करियर पर ना पड़ जाए भारी ? BCCI ने भी जारी किया बयान

स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत का एक्सीडेंट के बाद अब उनके करियर को लेकर भी चिंता ,भी एमआरआई और बाकी अन्य रिपोर्ट्स का इंतज़ार है जिसके बाद स्थिति साफ होगी।BCCi ने कहा की पंत को बेस्ट से बेस्ट इलाज दिलाने की कोशिश चल रही है. 

देहरादून

टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत का शनिवार को कार एक्सीडेंट हो गया. दिल्ली से उत्तराखंड के रूड़की जाते हुए ऋषभ पंत का यह एक्सीडेंट हुआ, जिसमें उन्हें गंभीर चोट आई. 30 दिसंबर की सुबह जैसे ही यह खबर आई तब क्रिकेट जगत में हलचल मची, साथ ही फैन्स ही काफी चिंतित हुए. ऋषभ पंत का अभी इलाज किया जा रहा है, लेकिन अब एक चिंता ऋषभ पंत के करियर को लेकर भी हो रही है.

ऋषभ पंत को कहां-कहां लगी है चोट?
भारत-बांग्लादेश टेस्ट सीरीज के बाद ऋषभ पंत अभी फ्री थे, क्योंकि उन्हें श्रीलंका सीरीज के लिए नहीं चुना गया था. ऐसे में वह अपने घर जा रहे थे, लेकिन गाड़ी के डिवाइडर से टकराने की वजह से यह गंभीर एक्सीडेंट हो गया. जानकारी के मुताबिक, ऋषभ पंत की चोट काफी गंभीर है.

ट्रीटमेंट करने वाले डॉ. सुशील नागर ने बताया है कि उनके माथे और घुटने पर लगी चोट काफी गंभीर है. शुरुआती एक्स-रे जो किया गया है, उसमें फ्रैक्टर या शरीर पर जलन जैसी बात सामने नहीं आई थी. लेकिन अभी एमआरआई और बाकी अन्य रिपोर्ट्स का इंतज़ार है जिसके बाद स्थिति साफ होगी.

ऋषभ पंत के माथे पर दो चोट के निशान आए हैं, जिसमें एक बाईं आंख के ऊपर है. साथ ही उनके घुटने में गंभीर चोट लगी है, जबकि उनकी पीठ पर काफी स्क्रैच आए हैं. ऐसे में ऋषभ पंत को इससे रिकवर होने में लंबा वक्त लग सकता है.

बता दें कि ऋषभ पंत बांग्लादेश के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज के बाद भी चोटिल थे. श्रीलंका के खिलाफ होने वाली टी-20 और वनडे सीरीज में भी उन्हें नहीं चुना गया था. ऋषभ पंत को बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था, जहां उन्हें रिकवर होना था.

बीसीसीआई ने क्या बयान दिया?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह द्वारा ऋषभ पंत के एक्सीडेंट पर बयान जारी किया गया है. बीसीसीआई ने अपने बयान में बताया है कि ऋषभ पंत को एक्सीडेंट के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है, बोर्ड पूरी तरह से परिवार और अस्पताल के संपर्क में है और उसे बेस्ट से बेस्ट इलाज दिलाने की कोशिश चल रही है.

बीसीसीआई के मुताबिक, ऋषभ पंत के माथे पर दो कट हैं और उनके घुटने में चोट लगी है. ऋषभ पंत के अंगूठे, एड़ी, कलाई और पीठ पर चोट आई है. ऋषभ पंत स्थिर हैं और उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया है.

डॉक्टर ने क्या कहा है?
आपात इकाई में पंत का इलाज करने वाले डॉक्टर सुशील नागर ने बताया है कि पंत को सिर पर और घुटने में चोटें आई हैं और इसकी आगे जांच करनी होगी. उन्होंने कहा, ‘जब उन्हें हमारे अस्पताल लाया गया तब वह पूरी तरह से होश में थे और मैने उनसे बात भी की, वह घर जाकर अपनी मां को सरप्राइज देना चाहते थे.’

उन्होंने कहा, ‘उनके सिर में चोट लगी है, लेकिन मैने टांके नहीं लगाए. मैंने उन्हें मैक्स अस्पताल ले जाने को कहा जहां प्लास्टिक सर्जन उन्हें देख सके. एक्स रे में पता चला है कि कोई हड्डी नहीं टूटी है. दाहिने घुटने में चोट है और वह कितनी गंभीर है, इसका पता एमआरआई या आगे जांच से चलेगा.’

लिगामेंट की चोट ठीक होने में दो से छह महीने लगते हैं. उन्होंने कहा कि पंत की पीठ पर बड़ा घाव है और सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें वायरल हुई है, वह आग से जलने की चोट नहीं है. डॉक्टर नागर ने कहा, ‘चोट इसलिए लगी क्योंकि वह कार में आग लगते ही खिड़की तोड़कर बाहर कूद गया. पीठ के बल गिरने से उसकी चमड़ी छिल गई लेकिन वह आग से जलने की चोट नहीं है और गंभीर भी नहीं है.’

मैक्स अस्पताल, देहरादून के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर दिशांत याग्निक ने कहा कि हड्डी के विशेषज्ञों और प्लास्टिक सर्जन की टीम पंत को देख रही है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पंत के इलाज का पूरा खर्च उनकी सरकार उठाएगी. धामी ने अधिकारियों से पंत की हालत को लेकर ताजा जानकारी ली और उनके इलाज का पूरा बंदोबस्त करने के लिये कहा.

क्या खतरे में है करियर?
ऋषभ पंत की चोटें अभी तक काफी गंभीर दिखाई दे रही हैं, अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि पंत को रिकवर होने में 6 महीने भी लग सकते हैं. लेकिन अगर टीम इंडिया के शेड्यूल को देखें तो काफी बड़ी और अहम सीरीज आने वाले दिनों में ऋषभ पंत मिस कर सकते हैं.

श्रीलंका के खिलाफ होने वाली टी-20 और वनडे सीरीज में ऋषभ पंत का चयन नहीं हुआ था, जो जनवरी में होनी थी. इसके अलावा फरवरी से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर में 4 टेस्ट मैच की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज होनी है, जो वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के हिसाब से काफी अहम है. टी-20, वनडे में तो ऋषभ के चुने जाने पर संशय रहता है लेकिन टेस्ट में वही बेस्ट हैं. ऐसे में अगर वह रिकवर नहीं होते हैं, तो टीम इंडिया की टेंशन बढ़ सकती है.

इसके बाद मार्च और अप्रैल में इंडियन प्रीमियर लीग 2023 होना है, जिसमें ऋषभ पंत दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान हैं. आईपीएल में खेलने का मतलब लगातार 2 महीने तक क्रिकेट खेलना है, जिसके लिए फिटनेस काफी अहम है. अगर ऋषभ पंत रिकवर नहीं होते हैं, तो आईपीएल भी मिस हो सकता है. ऐसे में ये बड़ी चीज़ें ऋषभ पंत के लिए संकट पैदा कर सकती हैं.

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