PCB ने BCCI से 500 करोड़ मुआवजा मांगा, ठाकुर बोले- एक पैसा नहीं मिलेगा

नई दिल्ली
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने एक बार फिर बाईलैटरल सीरीज नहीं खेलने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से सात करोड़ डॉलर यानी करीब 500 करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है.
पाकिस्तानी बोर्ड के मुताबिक पीसीबी ने बीसीसीआई के साथ साल 2014 में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत छह बाईलैटरल सीरीज खेलने पर सहमति बनी थी. जिनमें पाकिस्तान की मेजबानी में घरेलू सीरीज शामिल थी.
लेकिन भारत ने 2008 से अब तक पाकिस्तान के साथ उनकी मेजबानी में बाईलैटरल सीरीज नहीं खेली है. लेकिन आईसीसी व अन्य मल्टीनेशन टूर्नामेंटों में वह पाकिस्तान के साथ खेलता है.
पीसीबी के मुताबिक सहमति पत्र के तहत दोनों देशों को 2015 से 2023 के बीच छह बाईलैटरल सीरीज खेलनी थी. पाकिस्तान को भारत के साथ बाईलैटरल सीरीज खेलने में कभी परेशानी नहीं थी. लेकिन बीसीसीआई के टीम नहीं भेजने से उसे भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है.
भारत के खिलाफ पीसीबी ने आईसीसी का दरवाजा खटखटाया है और उसने बीसीसीआई से 500 करोड़ रुपए मुआवजे देने की मांग की है. इस मामले की सुनवाई सोमवार 1 अक्टूबर से दुबई में शुरु होगी.
पाकिस्तान को मुआवजा देने की मांग पर राजीव शुक्ला ने कहा है कि बीसीसीआई को पीसीबी के साथ क्रिकेट में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कुछ मुद्दे हैं जिन्हें सरकार के स्तर पर सुलझाना पड़ेगा.
राजीव शुक्ला ने कहा, 'जहां तक मेरी राय है तो बीसीसीआई और पीसीबी को अपने मसले खुद सुलझाने चाहिए न कि उन्हें आईसीसी के पास ले जाना चाहिए. बीसीसीआई तो पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना चाहता है लेकिन कुछ मुद्दे हैं और इसलिए बीसीसीआई को पाकिस्तान जाकर क्रिकेट खेलने के लिए सरकार की अनुमति चाहिए.'
राजीव शुक्ला ने कहा, 'भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट या एशियाई क्रिकेट काउंसिल के टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से कभी इनकार नहीं किया है इसलिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पैसा देने का कोई सवाल नहीं उठता है.'