US Open 2018: सेरेना विलियम्स को हराकर नाओमी ओसाका ने जीता खिताब

न्यू यॉर्क
सेरेना विलियम्स के पास शनिवार को इतिहास बनाने का मौका था। अगर वह यूएस ओपन के फाइनल में जापान की नाओमी ओसाका को हरा देतीं तो महिला एकल के 24 ग्रैंड स्लेम खिताब जीतने के ऑस्ट्रेलिया की मार्गेट कोर्ट के रेकॉर्ड की बराबरी कर लेतीं। मगर ये हो न सका। जापान की 20 वर्षीय ओसाका ने विलियमस को फाइनल में 6-2, 6-4 से हराकर अपने करियर का पहला ग्रैंड स्लेम खिताब जीता।
ओसाका की यह जीत इसलिए भी खास है कि कोई ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वालीं वह जापान की पहली महिला खिलाड़ी हैं। न्यू यॉर्क के अर्थर ऐश स्टेडियम फाइनल में उन्होंने दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी को साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम में सीधे सेटों में हराया।ओसाका की विलियम्स पर दो मैचों में यह दूसरी जीत है। इसी साल मार्च में उन्होंने मियामी ओपन में सेरेना को हराया था।
ओसाका ने पहले सेट में काफी आसानी से जीत हासिल की और विवादों के बीच दूसरा सेट भी अपने नाम किया। सेरेना दूसरे सेट में वापसी की कोशिशें कर रही थीं। इस बीच उनके कोच द्वारा कथित रूप से हाथ से इशारे करने के आरोप एक गेम का जुर्माना लगाया गया। कोच की इस हरकत को नियमों का उल्लंघन माना गया। चेयर अंपायर कार्लोस रामोस ने जैसे ही यह फैसला सुनाया सेरेना भड़क उठीं। इसके बाद ओसाका की लीड बढ़कर 5-3 हो गई।
गुस्से में सेरेना ने अपना रैकेट कोर्ट पर पटक दिया, जिसे एक बार फिर नियमों की अवहेलना माना गया। उन्होंने अंपायर को 'चोर' भी कहा। इसके बाद उन्होंने अंपायर से माफी मांगी। सेरेना ने अंपायर से कहा, 'मैं आपसे माफी मांगना चाहती हूं। मैंने अपने जीवन में कभी बेईमानी नहीं की! मेरी एक बेटी है और मैं उसके सामने एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करना चाहती हूं।' उन्होंने कहा, 'बेईमानी करने के बजाय मैं मैच हारना पसंद करूंगी।'