गुमटी वाले की मुखबिरी पर वसूली करने पहुंचते थे हत्यारोपी पुलिसकर्मी

लखनऊ
विवेक हत्याकांड के आरोपी दोनों पुलिसकर्मी मकदूमपुर चौकी के आसपास रोज रात में राहगीरों से वसूली करते थे। एक पीड़ित शिक्षक पीड़ित के मुताबिक, घटनास्थल के नजदीक पान की गुमटी लगाने वाला ही दोनों पुलिसवालों को सूचना देकर बुलाता था। इसके बाद दोनों राहगीरों को धमकाकर वसूली करते थे। ऐसे में अवैध वसूली के फेर में विवेक की हत्या की आशंका जताई जा रही है।
मकदूमपुर चौकी के पास शुक्रवार रात विवेक तिवारी को गोली मारी गई थी। इस मामले में गोमतीनगर थाने में तैनात रहे कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी व संदीप कुमार हत्यारोपी हैं। एक निजी कॉलेज के शिक्षक ने मंगलवार को बताया कि उसी रात आरोपी सिपाहियों ने उनसे और उनके चार साथियों को धमकाकर तीन हजार रुपये वसूले थे। शिक्षक और उनके दोस्त एक रेस्तरां से बर्थ-डे पार्टी से लौट रहे थे। उन्होंने घटनास्थल से करीब 150 मीटर दूर पान की गुमटी से सिगरेट ली। इसके कुछ देर बाद ही दोनों पुलिसवाले आ गए और धमकाकर दस हजार रुपये की डिमांड करने लगे। रुपये न होने का हवाला देने पर 3000 रुपये लेकर जाने दिया था।
पीड़ित शिक्षक का आरोप है कि गुमटी वाले ने ही फोन करके सिपाहियों को बुलाया था। आशंका है कि गुमटी वाला ही दोनों पुलिसवालों के लिए शिकार तलाश कर सूचना देता था। तभी दोनों वसूली करते थे।