CG News: मुख्यमंत्री बघेल बोले- छत्तीसगढ़िया श्रमिकों की संस्कृति का अहम हिस्सा है बोरे बासी

Latest CG News: राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित बोरे-बासी तिहार के सामूहिक भोज में मुख्यमंत्री ने अथान, चटनी, भाजी, बड़ी-बिजौरी और गोंदली के साथ जमीन में बैठकर बोरे-बासी खाई और श्रमिक दिवस मनाया।

Latest CG News: उज्जवल प्रदेश, रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रमिक दिवस के अवसर पर श्रमवीरों के सम्मान में प्रदेश भर से आये हज़ारों श्रमिकों के साथ आज बोरे-बासी का आनंद लिया। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित बोरे-बासी तिहार के सामूहिक भोज में मुख्यमंत्री ने अथान, चटनी, भाजी, बड़ी-बिजौरी और गोंदली के साथ जमीन में बैठकर बोरे-बासी खाई और श्रमिक दिवस मनाया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि बोरे-बासी छत्तीसगढ़िया श्रमिकों की संस्कृति का अहम हिस्सा है और उनके सम्मान और योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए ही बोरे-बासी तिहार मनाया जा रहा है। बोरे-बासी श्रमिकों का प्रिय आहार भी है और उनके जीवन का अहम हिस्सा भी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास में श्रमिकों का योगदान अमूल्य है और उनके प्रयासों से हम नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे है।

मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर मंथली सीजन टिकट कार्ड योजना के अंतर्गत ऐसे पंजीकृत निर्माण श्रमिक जो निर्माण कार्य के लिये अपने घर से अन्य स्थानों पर रेल/ बस के माध्यम से प्रतिदिन आना जाना (यात्रा) करते है। उन्हें मंडल द्वारा रेल मंडल एवं परिवहन विभाग तथा नगर निगम द्वारा निर्धारित दर अनुसार 50 कि0मी0 तक यात्रा हेतु मासिक टिकट कार्ड (MST) प्रदाय किया जायेगा, जिसके माध्यम से ऐसे श्रमिकों को यात्रा पर होने वाला संपूर्ण व्यय छ०ग० भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल करेगा।

मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना

पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की कार्यस्थल में दुर्घटना मृत्यु पर देय सहायता राशि रूपये 1.00 लाख से बढ़ाकर रूपये 5.00 लाख तथा स्थायी दिव्यांगता पर देव सहायता राशि रूपये 50 हजार से बढ़ाकर रूपये 2.50 लाख किया जा रहा है। साथ ही अपंजीकृत श्रमिक कार्यस्थल पर दुर्घटना से मृत्यु होने पर रूपये 1.00 लाख सहायता प्रदान की जावेगी।

मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना

मंडल द्वारा इस योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक निर्माण श्रमिकों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से योजना के पूर्व प्रावधान को अधिक्रमित करते हुए नवीन आवास क्रय / नवीन आवास निर्माण के लिये एकमुश्त राशि रूपये 50,000/- अनुदान प्रदाय किया जावेगा।

दुर्घटना में चिकित्सा सहायता योजना

इस योजना का नाम परिवर्तित होकर “मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक दीर्घायु सहायता योजना” के नाम से जाना जाएगा, साथ ही अब इस योजना अंतर्गत हृदय की शल्य क्रिया, गुर्दा का प्रत्यारोपण, लीवर का प्रत्यारोपण, मस्तिक की शल्य क्रिया, रीढ़ की हड्डी की शल्य क्रिया, पैर के घुटने की शल्य क्रिया, कैंसर ईलाज, लकवा ग्रसित जैसे गंभीर बीमारी से पीड़ित पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को शासन के अन्य योजनाओं के अतिरिक्त रूपये 20,000/- तक अनुदान प्रदाय किया जाएगा।

  • पिछले साढ़े 4 सालों में 2 लाख 94 हजार से अधिक श्रमिकों का पंजीयन श्रम कार्यालय में हुआ है और इन श्रमिकों को रोजगार भी मिला है।
  • मेधावी छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ति राशि को बढ़ाया गया है।
  • 10वीं और 12वीं में पढ़ाई करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को 85% से अधिक अंक लाने पर 5 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि।
  • श्रमिकों के जीवन में बदलाव लाने के लिए नवीन योजनाओं की शुरुआत।
  • ई-रिक्शा अनुदान की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 01 लाख रुपये किया गया है।
  • “श्रमेव जयते” ऐप में श्रमिक मोबाइल के माध्यम से आसानी से अपना पंजीयन कर सकते हैं।

 

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