कोर्ट में अखिलेश यादव के खिलाफ FIR को अर्जी, जानें सपा अध्यक्ष के ज्ञानवापी पर किस बयान से नाराजगी

प्रयागराज
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर वाराणसी की अदालत में आवेदन दिया गया है। ज्ञानवापी मुद्दे पर इनके बयानों से धार्मिक भावनाएं आहत होने का आरोप लगाते हुए अदालत से मांग की गई है कि पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया जाए। अडिशनल चीफ ज्यूडिशल मजिस्ट्रेट की अदालत में वकील हरिशंकर पांडेय ने आवदेन दिया। हरिशंकर पाडेय ने बताया कि कोर्ट में आज (मंगलवार) को इस पर सुनवाई होगी। अखिलेश और ओवैसी बंधुओं के अलावा मुफ्ती-ए-बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी, अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी के जॉइंट सेक्रेटरी एसएम यासीन, मौलाना अब्दुल वागी और युसूफ खान के खिलाफ भी शिकायत की गई है।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछले दिनों अयोध्या में मीडिया से बात करते हुए मंदिर को लेकर बयान दिया, जिसका विरोध हो रहा है। अखिलेश यादव ने कहा, ''हमारे हिंदू धर्म में एक पीपल के पेड़ के नीचे एक पत्थर रख दो, झंडा रख दो, मंदिर बन जाता है।'' वहीं, ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि वह पत्थर फव्वारा है।  याचिकाकर्ता वकील ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव के विवादित बयान से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। उन्होंने ओवैसी और अन्य लोगों पर भी हिंदूओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।  

 

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