अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना देने बैठा भाजपा का दिग्गज विधायक,चुनाव पर पड़ेगा बड़ा असर

ग्वालियर
अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलें व बीमा के नाम दिए जा रहे चंद रुपयों से नाराज जिलेभर के किसान अपनी पीड़ा बताने कलेक्ट्रेट पहुंचे। बारिश रुके हुए सप्ताह बीत गया है, लेकिन अभी तक प्रशासन ने बर्बाद हुई फसलों का सर्वे शुरू नहीं किया है। भारतीय किसान संघ के बैनर तले एकजुट हुए किसानों की मांग थी कि कलेक्टर स्वयं उनका ज्ञापन लेने आएं तथा उनकी पीड़ा सुनें, लेकिन जब कलेक्टर शिल्पा गुप्ता अपने चेंबर से बाहर नहीं आईं तो किसानों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करके ताले लगवा दिए तथा धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे।
जिलेभर के आधा सैकड़ा किसान सोमवार दोपहर 12 बजे अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत भारतीय किसान संघ के बैनर तले अपनी कुछ परेशानियों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन देकर उनसे रूबरू होकर बात करने पहुंचे थे, लेकिन कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने किसानों से मिलने की बजाए डिप्टी कलेक्टर सिंडोस्कर को भेज दिया। भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष कल्याण सिंह यादव सहित सभी किसानों ने उन्हें ज्ञापन देने से मना कर दिया और कहा कि किसान कलेक्टर से बात करना चाहते हैं, उन्हें ही ज्ञापन लेने भेजें। जब काफी देर बाद भी कलेक्टर नहीं आईं तो किसान शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पर ही धरना देने बैठ गए।
किसानों के आक्रोश को देख कलेक्टर के कथित आदेश पर कलेक्ट्रेट के गेट पर ताला लगवा दिया गया। इस दौरान पोहरी विधायक प्रहलाद भारती किसी काम से कलेक्टर से मिलने पहुंचे तो किसानों ने उनका घेराव कर लिया, जिस पर विधायक भारती का कहना था कि मैं आप लोगों के साथ हूं और आपके बीच का ही व्यक्ति हूं। उन्होंने किसानों के साथ बैठकर कलेक्ट्रेट पर सांकेतिक धरना दिया और नारेबाजी भी की। शाम साढ़े चार बजे तक घटनाक्रम यूं ही चलता रहा परंतु कलेक्टर उनसे मिलने नहीं आई। यहां बताना होगा कि इससे पहले 14 सितम्बर को भी एबीबीपी के छात्र कलेक्टर से मिलने पहुंचे तो उन्होंने छात्रों से मिलने से भी इंकार कर दिया था।
मैं भोपाल में करूंगा कलेक्टर की शिकायत
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के दौरान जब विधायक प्रहलाद भारती के समक्ष किसानों और अन्य लोगों ने यह बात रखी कि मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टर को स्पष्ट निर्देश दे रखे हैं कि वह जनता से सीधे रूबरू हों, लेकिन शिवपुरी कलेक्टर शिल्पा गुप्ता कभी जनता से सीधे रूबरू नहीं होतीं। इस पर विधायक भारती ने मीडिया के समक्ष स्पष्ट रूप से कहा कि मैं इस मामले में ऊपर बात करूंगा और आवश्यकता पडऩे पर कलेक्टर की शिकायत भी उचित जगह की जाएगी।
क्यों बिगड़ा मामला?
किसानों के जिद पर अडऩे के बाद कलेक्टर इस बात के लिए तैयार हो गईं कि किसान अपने दो लोगों को प्रतिनिधि बना कर उनसे मिलने भेज दें, लेकिन किसानों का कहना था कि हमारा प्रतिनिध मंडल कलेक्टर से नहीं मिलेगा हम सभी किसान कलेक्टर से मिलकर जाएंगे क्योंकि ऐसे कई ज्ञापन वह दे चुके हैं परंतु उनके ज्ञापनों को डस्टबिन में फेंक दिया जाता है।
अंत में झुकीं कलेक्टर, किसानों से मिलीं
कलेक्ट्रेट पहुंचे किसानों द्वारा घेराव व धरना प्रदर्शन के मामले का पटाक्षेप अंतत: देर शाम पांच बजे उस समय हुआ जब कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने सभी किसानों को भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों के साथ हॉल में आमंत्रित किया। किसान संघ के जिलाध्यक्ष कल्याण यादव ने उन्हें अपना ज्ञापन पढ़ कर सुनाया और अपनी बातें उनके समक्ष रखीं।