चुनाव से पहले बीजेपी-कांग्रेस के बीच छिड़ी ‘राम’ और ‘गाय’ की जंग

भोपाल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी औऱ कांग्रेस के बीच गाय औऱ राम को लेकर जंग छिड़ी है. कांग्रेस हर पंचायत में गौशाला बनाने का वादा कर रही है तो मुख्यमंत्री शिवराज गौ-मंत्रालय बना रहे हैं. बीजेपी सरकार ने राम पथ के लिए 100 करोड़ रुपए की मंज़ूरी तब दी जब राम पथ के लिए 1000 रुपए का बजट देने के मुद्दे को हवा देकर कांग्रेस ने राम पथ यात्रा निकालने का ऐलान कर दिया. गौ मंत्रालय की बात तो राज्यमंत्री कंप्यूटर बाबा के गले भी नहीं उतर रही है.
दरअसल, पहले कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ऐलान किया था कि एमपी में अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो हर ग्राम पंचायत में गाय की रक्षा के लिये गौ शाला बनाई जाएगी. इसके बाद शिवराज ने ऐलान करते हुए कहा कि सर्वत्र गौ वंश बिखरा हुआ है इसलिए अब गौ-संवर्धन बोर्ड नहीं सीधा मंत्रालय बनेगा. जहां-जहां जमीन मिलेगी वहां बड़े-बड़े गौ अभ्यारण्य और गौ-शालाओं का जाल बिछाकर गौ माता के कल्याण का फ़ैसला लिया है.
कांग्रेस औऱ बीजेपी के नेताओं के इन बयानों को सुनकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि एमपी के चुनाव में राम औऱ गाय कितनी अहमियत रखते हैं. बीजेपी की तर्ज़ पर अब कांग्रेस भी खुलकर राम औऱ गाय के नाम पर राजनीति करने लगी है. शिवराज सरकार को गर्व है कि उसने आगर ज़िले में देश की पहला गौ अभ्यारण्य बनाया है. ये अलग बात है कि उस गौ अभ्यराण्य में 6000 गायों को रखने की क्षमता है मगर माकूल बजट ना मिल पाने से अभी सिर्फ 4500 गायें ही रखीं गई हैं.
एमपी सरकार में सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग कहते हैं कि आदि अनादि काल से इस देश में गाय हमारी माता माना जाता है. सभी देवताओं का गाय में वास है. गाय का सरंक्षण करना हमारी कटिबद्धता है इसलिए सीएम ने गौ मंत्रालय बनाने का ऐलान किया है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्यारह साल पहले मध्य प्रदेश में राम पथ बनाने का ऐलान किया था. मगर राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के चुनावी दौरे पर चित्रकूट में राम सीता की पूजा की औऱ कांग्रेस ने बजट के उन पन्नों को हवा दे दी जिनमें राम पथ के लिए खर्चे का प्रावधान किया गया था. राम पथ बनाने का वादा करते हुए कांग्रेस ने राम पथ का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है. राम के नाम पर घिरी बीजेपी सरकार ने आनन फानन मे राम पथ गमन सर्किट के लिए 100 करोड़ रुपए मंजूर कर दिए हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता मुकेश नायक कहते हैं कि 15 साल बीजेपी ने शासन कर लिया. अब इन्हें याद आ रही है कि एमपी में गौ मंत्रालय बनाना है. जब कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इसे शामिल कर लिया. प्रदेश में हजारों गायें सड़कों पर मरती हैं. 2007 में ऐलान किया औऱ राम पथ गमन के लिए 1000 रूपये का बजट दिया. ये झूठी घोषणाएं कर गुमराह करते हैं.
पन्द्रह साल सरकार में रहने के बाद चुनाव की अधिसूचना जारी होने के चंद दिन पहले गौ मंत्रालय की घोषणा से वे साधु संत भी नाराज़ है जिनको शिवराज ने मंत्री का दर्जा दे रखा था. इस्तीफा देने से पहले राज्यमंत्री रहे कम्प्यूटर बाबा ने कहा जब गौ संवर्धन बोर्ड काम कर रहा है तो फिर अलग से गौ मंत्रालय बनाने की ज़रूरत क्या, हमें दें दे गौ संवर्धन हम करेंगे लेकिन गाय तो रोड पर पड़ी है.
गाय हमारी माता है ये पहले बीजेपी का नारा हुआ करता था लेकिन अब इसे कांग्रेस ने भी अपना लिया है. बीजेपी के जय श्री राम को कांग्रेस ने जय सिया राम में तब्दील कर दिया है. और यह बात तय है कि चुनाव में गाय औऱ राम बीजेपी औऱ कांग्रेस दोनों के लिए अहम होंगे.