टापू में फंसे चरवाहों को सेना ने रेस्क्यू कर हेलीकॉप्टर की मदद से बाहर निकाला

ललितपुर/टीकमगढ़
जनपद में लगातार हो रही बारिश के बाद माताटीला बांध से 23 गेट खोलकर छोड़े गए पानी के बाद बेतवा नदी के उफान के बाद सुकवा-ढुकवां बांध व बेतवा नदी के पास बने एक टापू पर सात चरवाहे पानी से घिर गए, जिसके चलते हड़कंप मच गया। प्रशासन को इसकी जानकारी लगी, जिसके बाद जिलाधिकारी ने सेना से मदद मांगी और सेना ने हेलीकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू अभियान चलाकर टापू पर फसे किसानों को सकुशल निकाला। किसानों के सकुशल निकाले जाने पर परिवार जनों ने राहत की सांस ली।
बताया गया है कि जनपद में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के बाद माताटीला बांध में पानी की भारी आवक के बाद 23 गेट खोलकर लाखों क्यूसेक पानी की निकासी की गयी, जिसके चलते बेतवा नदी उफान पर आ गई, जिसके चलते सुकवा ढुकवां बांध के पास बना टापू चारों ओर पानी से घिर गया, टापू पर ग्राम कंधारीकलां व झंवर के सात ग्रामीण जानवर चराने के लिए गए हुए थे। वह टापू पर फंस गए, जब सुबह सात चारवाहों की टापू में फसे होने की जानकारी तहसीलदार तालबेहट अभिषेक सिंह को हुई तो उन्होंने इसकी सूचना जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह को दी, जिसके बाद जिलाधिकारी ने सेना से मदद मांगी।
इस दौरान सेना के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए हेलीकॉप्टर की मदद से चारवाहों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। पूरी कार्रवाई के दौरान तहसीलदार तालबेहट अभिषेक सिंह व पूराकलां थानाध्यक्ष भानूप्रताप रहे। लोगों की बचाई गई जान रविवार के दिन जहां सुकवां-ढुकवां बांध के बीच टापू में फसे 7 ग्रामीणों व थाना बालाबेहट के सौर नदी में गिरी बस में फसे 3 दर्जन से अधिक लोगों की जान जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सहयोग से बच सकी।
इसके बाद लोगों ने जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह व पुलिस अधीक्षक डा. ओपी सिंह की सराहना तो की ही हैं साथ ही साथ सुकवां ढुकवां बांध के टापू के बीच में फसे सात चारवाहों की जान बचाने में सेना के जवानों के अलावा तहसीलदार तालबेहट अभिषेक सिंह, थानाध्यक्ष पूराकलां भानूप्रताप सिंह, तो इधर सौर नदी में गिरी बस में फसे तीन दर्जन से अधिक लोगों को निकालने में मदद करने वाले थानाध्यक्ष बालाबेहट बृजभान सिंह, ग्रामीण कप्तान सिंह यादव सहित पुलिसकर्मियों की लोगों ने सराहना की है।