प्रदेश के कर्मचारियों को मंहगाई भत्ते की किश्त शीघ्र दिये जाने की मांग
- तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ में मुख्य मंत्री को सौंपा ज्ञापन
- केन्द्र के समान भत्ते सहित 5 प्रमुख मांगों की पूर्ति हेतु दिया ज्ञापन
- लंबित मांगों की पूर्ति नही होने से कर्मचारियों में नाराजगी
भोपाल
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने मुख्य मंत्री, एवं मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंप कर प्रदेश के कर्मचारियों की लंबित मांगों की शीघ्र पूर्ति किये जाने की मांग की है।
संघ के प्रांतीय अध्यक्ष ओ.पी. कटियार एवम उप प्रांताध्यक्ष लक्ष्मीनारायण शर्मा का कहना है कि संघ द्वारा अनेको बार चर्चा, पत्राचार, धरना आंदोलन कर प्रदेश के कर्मचारियों की ज्वलंत मांगों के निराकरण हेतु शासन का ध्यान आकृष्ट कर प्रयास किये, संघ को मांगों के निराकरण हेतु आश्वासन भी दिये गये परन्तु प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के चलते प्रमुख मांगों का निराकरण नही हुआ जिससे प्रदेश का कर्मचारी अपने को ठगा सा महसूस कर रहे है ओर उनमें भारी आक्रोश है ।
प्रदेश के कर्मचारियों की प्रमुख मांगें इस प्रकार है :-
1. प्रदेश के कर्मचारियों को जुलाई 2018 से देय मंहगाई भत्ता 2 प्रतिशत की किश्त दी जायें।
2. प्रदेश के कर्मचारियों को केन्द्रीय कर्मचारियों के समान सातवें वेतनमान के भत्ते यथा गृहभाडा भत्ता,वाहन भत्ता, यात्रा भत्ता, शिक्षा भत्ता, अवकाश यात्रा सुविधा एल.टी.सी. का लाभ दिया जायें।
3. लिपिकों के लिये गठित रमेशचन्द्र शर्मा समिति की अनुसंशाओं को लागू कर लिपिकों की वेतनविसंगति
दूर की जायें ।
4. छठवे वेतनमान में व्याप्त ग्रेड पें की विसंगतियों को दूर किया जायें।
5. सहायक शिक्षक /शिक्षकों को पदोन्नत वेतनमान का पदनाम देते हुए सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष से बढाकर 65 वर्ष की जायें ।