बिलगढ़ा बांध में हुए भ्रष्टाचार पर जांच के आदेश, दोषियों पर होगी कार्रवाई

डिंडौरी
डिंडौरी जिले में शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के तहत करोड़ों की लागत से नवनिर्मित बिलगढ़ा बांध परियोजना में भ्रष्टाचार की खबर प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद जिले के प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने जांच के आदेश दिए हैं.
मंत्री गौरीशंकर ने कहा कि न सिर्फ ठेकेदार, बल्कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद जल संसाधन विभाग सहित प्रशासनिक महकमें में हड़कंप मचा हुआ है. जल संसाधन विभाग के अधिकारी तो खुलेआम हुए इस भ्रष्टाचार को सामान्य प्रक्रिया बताते हुए गोलमाल जवाब दे रहे हैं, वहीं जिला पंचायत के उपाध्यक्ष गंगा सिंह पट्टा ने करोड़ों की लागत से नवनिर्मित बिलगढ़ा बांध परियोजना में हुए भ्रष्टाचार को लेकर जिले के जवाबदार अधिकारी, जंलसंसाधन विभाग व ठेकेदार पर मिलीभगत का आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि डिंडौरी जिले में सिंचाई का रकबा बढ़ाने और किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए 269 करोड़ की लागत से बिलगढ़ा बांध परियोजना शुरू की गई थी. करीब 100 गावों के हजारों किसान इस योजना का लाभ ले सकें इस उद्देश्य से 9980 हेक्टेयर रकबे को सिंचित करने के लिए सिलगी एवं सिलहटी नदी को जोड़कर बांध और नहरों का निर्माण कराया गया था.
योजना का लाभ किसानों को मिले इससे पहले ही जल संसाधन विभाग के अधिकारी और ठेकेदार ने मिलीभगत कर बांध का घटिया निर्माण किया है, जिसके चलते चार माह पहले बनी नहरें टूट गई है. कई जगहों पर बारिश के साथ ही ये नहरें बह गई है, जिससे फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई है.