भोपाल मंडल में एसी कोचों से सालभर में पांच लाख के चादर-तौलिये चोरी

भोपाल
आमतौर पर ट्रेनों के एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों को शरीफ समझा जाता है. यह धारणा है कि हजार रुपए से ज्यादा का टिकट लेकर सफर करने वाला यात्री ट्रेन के एसी कोच में से मात्र कुछ रुपए की चीजें क्यों चोरी करेगा. लेकिन कुछ दिन पहले पश्चिम मध्य रेलवे के सामने आए आंकड़ों ने सभी को चौंका कर रख दिया है.
आंकड़ों के अऩुसार पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल को पिछले साल चादर, तौलिये और तकियों के कवर की चोरी से लगभग पांच लाख रुपए का नुकसान हुआ है. यदि भारतीय रेलवे की बात करें तो पिछले 3 सालों में इस तरह की चोरी से उसे 4 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है.
ऐसे 'शरीफ' यात्रियों की शराफत पर सवाल उठाते इन आंकड़ों को देखकर तो यही लगता है कि 'रेलवे आपकी संपति है' के नारे का उन्होंने कुछ अलग ही अर्थ समझ लिया है. यही वजह कि वो एसी कोच में मिलने वाले सामान को उठाकर घर चल देते हैं.