सड़कों के बीच फंसी IAS की कार, खुद बैलगाड़ी हांककर पहुंचे गांव

छिंदवाड़ा
एक तरफ प्रदेश के मुखिया शिवराज मध्यप्रदेश की सड़कों को अमेरिका से अच्छी बताने की रट लगाए हुए है, वही दूसरी तरफ कीचड़ और कच्ची सड़कों के चलते उन्हीं के अधिकारी बैलगाड़ी से गांवों का निरिक्षण करने को मजबूर हो रहे है। ताजा मामला छिंदवाड़ा से सामने आया है, जहां बारिश के चलते जिला पंचायत सीईओ बैलगाड़ी से निरीक्षण पर पहुँचे। इतना ही यहां खुद सीईओ ने बैलगाड़ी हांकी।इस दौरान उनके साथ कई और अधिकारी भी मौजूद थे।हालांकि उन्होंने पैदल चलकर ही रास्ता पार किया।
दरअसल, जिला पंचायत सीईओ रोहित सिंह निरिक्षण के लिए चौरई गांव पहुंचे थे, लेकिन बारिश और कीचड़ होने के कारण उनका वाहन आगे ना बढ़ सका।सीईओ ने बिना वक्त गवांए अपनी गाड़ी छोड़ी और एक बैलगाड़ी पर बैठकर गांव की ओर रवाना हो गए। यहाँ पहुंचकर उन्होंने जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खूट पिपरिया मे प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत वनने वाले मकानों और निर्मल कूप सामुदायिक कुआं निर्माण का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने गांव में ही कंचे खेल रहे बच्चों के साथ कंचे खेले और खूब सारी बातें भी की। बच्चे अधिकारी को अपने साथ कंचे खेलता देख ना सिर्फ खुश हुए बल्कि तालियां भी बजाई।
बता दे कि मध्यप्रदेश में नवंबर में चुनाव होना है। जिसके चलते सरकार और प्रशासन अलर्ट हो चला है। अधिकारियों को गांव-गांव भेजकर हर हाल में विकास कार्यों को आचार संहिता लगने से पहले पूर्ण करने की कोशिश की जा रही हैं। ऐसे में सरकारी योजनाओं को लेकर अधिकारियों पर दबाव बढ़ने लगा है, चुनावी साल में सरकार को रिस्क नही लेना चाहती, इसलिए अधिकारियों को नोटिस थमा निर्देश दिए जा रहे है कि आचार संहिता लगने से पहले सभी स्वीकृत कार्य पूर्ण किए जाए।