सवर्णों को साधने के लिए सवर्ण नेताओं को मैदान में उतारेगी भाजपा

सवर्ण आंदोलन से निपटने के लिए मध्यप्रदेश भाजपा ने अपने सवर्ण नेताओं को मैदान में उतारने का फैसला किया है. राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल की मौजूदगी में हुई बैठक में सवर्ण आंदोलन को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई. जानकारों की माने तो रामलाल की ओर से 25 सितंबर को हने वाले कार्यकर्ता महाकुंभ से पहले सवर्ण आंदोलन से निपटने की रणनीति बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
संगठन महामंत्री की बैठक के अलावा प्रदेश भाजपा कार्यालय में सवर्ण नेताओं की भी अलग से बैठक हुई. इस बैठक में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह, जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा, सांसद अनूम मिश्रा मौजूद रहे. बीजेपी कार्यालय में दिन भर चली बैठकों में यह तय किया गया कि 25 सितंबर को होने वाला कार्यकर्ता महाकुंभ सांस्कृतिक विरासत की थीम पर आधारित किया जाएगा. महाकुंभ में मध्यप्रदेश की विरासत की झलक भी देखने को मिलेगी.
कार्यकर्ताओं को महाकुंभ के लिए अपने इलाके की विरासत के परिधान में आने के लिए ताकीद किया गया है. राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने तैयारियों के सिलसिले में प्रजेंटेशन भी देखा. कार्यकर्ता महाकुंभ में के लिए हर बूथ से 20 कार्यकर्ताओं को बुलाने का लक्ष्य रखा गया है.
बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी चर्चा हुई. बैठक में यह तय किया गया का प्रदेश भाजपा क्लस्टर बनाकर चुनाव की तैयारी करेगी. 3 से 4 लोकसभाओं का एक क्लस्टर बनाया जाएगा. क्लस्टर की मॉनिटरिंग के लिए अलग से समितियां बनाई जाएगी. चुनाव तक हर 10 दिन में हितग्राही सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया गया है. रामलाल ने सोशल मीडिया अभियान को भी तेज करने की ताकीद करते हुए विधानसभा और लोकसभा स्तर पर कॉल सेंटर बनाने के भी निर्देश दिए हैं.