परीक्षा केंद्रों पर हुए जमकर हंगामे के बाद एग्जाम एजेंसी पर पेनाल्टी लगाएगा चयन मंडल
मप्र कर्मचारी चयन मंडल की समूह-1 उप समूह-1 के अंतर्गत जिला वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी, प्रबंधक (गुणवत्ता नियंत्रक) (कार्यपालिक) की परीक्षा में काफी गड़बड़ी सामने आई है। चयन मंडल अब परीक्षा कराने वाली एजेंसी पर पेनाल्टी लगाएगा।
उज्जवल प्रदेश, भोपाल. मप्र कर्मचारी चयन मंडल की समूह-1 उप समूह-1 के अंतर्गत जिला वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी, प्रबंधक (गुणवत्ता नियंत्रक) (कार्यपालिक) की परीक्षा में काफी गड़बड़ी सामने आई है। इस दौरान उम्मीदवारों ने परीक्षा केंद्रों पर जमकर हंगामा भी किया है। चयन मंडल अब परीक्षा कराने वाली एजेंसी पर पेनाल्टी लगाएगा।
कृषि विभाग की गुणवत्ता नियंत्रक के पदों पर हुई भर्ती परीक्षा में 50 अंकों का पेपर सीधे गड़बड़ हुआ है। इससे परीक्षा केंद्रों पर उम्मीदवारों ने जमकर हंगामा भी किया। इसमें सेम इंजीनियरिंग कॉलेज और लक्ष्मीपति इंजीनियरिंग कॉलेज में सबसे ज्यादा परेशानी सामने आई है।
अब चयन मंडल परीक्षा कराने वाली एग्जाम एजेंसी पर पेनाल्टी लगाने की कार्रवाई करेगा। इसकी जांच-पड़ताल कल की जाएगी। इसके बाद एग्जाम एजेंसी पर सवालों की संख्या और विद्यार्थियों के संख्या के हिसाब से तय शुल्क से दस गुना पेनाल्टी का राशि निर्धारित की जाएगी। चयन मंडल के अधिकारी परीक्षा में हुई गड़बड़ी के संबंध में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। इसके पहले भी परीक्षाओं में गड़बड़ी सामने आई है, लेकिन एग्जाम एजेंसी पर कोई पेनाल्टी की कार्रवाई नहीं की गई। उनकी फाइलें अभी भी चयन मंडल में दबी रखी हुई हैं।
अधिकारियों को दिए गए निर्देश
आज से समूह-3 उपयंत्री, मानचित्रकार, समयपाल एवं समकक्ष पदों की भर्ती परीक्षा शुरू की गई है। परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो, इसके लिए अधिकारियों द्वारा विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
मालूम हो कि मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल का तीसरा नाम है। इसके पहले भी नाम बदले जा चुके हैं। सबसे पहले इसका नाम मप्र व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) था। इसके बाद प्रोफेशनल एग्जामिनेश बोर्ड (पीईबी) रखा गया। नाम बदलने के पीछे व्यापमं की घोटाले वाली छवि को ठीक होना बताया गया था।