Madhya Pradesh CM मुख्यमंत्री शिवराज ने Tweet कर बताया की दीपोत्सव किस-किस साथ मनाएंगे
Madhya Pradesh CM Tweet : दिवाली का पर्व आज धनतेरस के साथ ही शुरू हो गया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को शुभकामनायें देते हुए बताया है कि वे किसके साथ दिवाली मनाएंगे।

Madhya Pradesh CM Tweet Hindi : उज्जवल प्रदेश, भोपाल. शिवराज ने गोवर्धन पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि गोवर्धन पूजा का अर्थ पर्यावरण की रक्षा है और आज वह बहुत प्रासंगिक हो गई है। इसलिए अगर पूजा करना है, तो गोवर्धन पूजा करो और वही परंपरा आज तक भारत में जारी है।
गोवर्धन पूजा सही अर्थों में पर्यावरण की पूजा है, प्रकृति की पूजा है और इसका प्रारंभ किया भगवान श्री कृष्ण ने।
बृजवासियों से उन्होंने कहा था की गोवर्धन पर्वत जो गऊओं को घास देता है, जिसके पेडों में लगे हुए फल का भी उपयोग किया जाता है और जिसके जंगल लोगों को जीवन देते हैं… pic.twitter.com/dGz1PMiucT
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 22, 2022
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि वे कल चौदस के दिन 23 अक्टूबर को उन बेटे बेटियों, भांजे भांजियों के साथ मनाएंगे जो अपने माता पिता को कोविड में खो चुके हैं। कार्यक्रम सीएम आवास पर होगा। शिवराज ने कहा कि ऐसे बच्चों के साथ खुशियां बांटना मुझे भी ख़ुशी देगा।
मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो बच्चे भोपाल और आसपास के हैं उनके साथ मैं यहाँ आवास पर दीपावली मनाऊंगा लेकिन जो दूसरे जिलों के बच्चे हैं उन जिलों के कलेक्टर्स को निर्देश दे रहा हूँ कि वे ऐसे बच्चों के साथ कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें गिफ्ट आदि भेंट करें।
#COVID19 के कारण अपने माता-पिता को खो चुके बच्चे अब मेरे बच्चे हैं। मेरे परिवार का अभिन्न अंग हैं।
ऐसे बच्चों के साथ #दीपावली का यह पावन पर्व मैं निवास पर मनाऊंगा, जिसमें भोपाल सहित आसपास के सभी बच्चे सम्मिलित होंगे। मेरे बच्चों, मेरे होते हुए आप स्वयं को कभी भी अकेला मत समझना। pic.twitter.com/dyFSFpSaDS
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 22, 2022
मुख्यमंत्री ने गोवर्धन पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि गोवर्धन पूजा सही अर्थों में पर्यावरण की पूजा है, प्रकृति की पूजा है और इसका प्रारंभ भगवान श्री कृष्ण ने किया था। बृजवासियों से उन्होंने कहा था कि गोवर्धन पर्वत जो गऊओं को घास देता है, जिसके पेड़ों में लगे हुए फल का भी उपयोग किया जाता है और जिसके जंगल लोगों को जीवन देते हैं। इसलिए अगर पूजा करना है, तो गोवर्धन पूजा करो और वही परंपरा आज तक भारत में जारी है। गोवर्धन पूजा का अर्थ पर्यावरण की रक्षा और आज वह बहुत प्रासंगिक हो गई है।
सीएम ने कहा कि इसलिए गोवर्धन पूजा का पर्व हम सार्वजनिक रूप से मनाएंगे और पर्यावरणविदों, पर्यावरण प्रेमियों के साथ मनायेंगे, क्योंकि प्रकृति पूजा ही धरती को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित छोड़ सकती है, इसलिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।