MP News : प्रदेश की स्कूली शिक्षा में सिखाई जाएगी तमिल, कन्नड़, गुजराती भाषाएं

Latest MP News : प्रदेश में स्कूली शिक्षा में तमिल, कन्नड़, गुजराती आदि क्षेत्रीय भाषाओं को सिखाने का कार्य भी किया जाएगा, जिससे यहां के बच्चे अन्य राज्यों की भाषाएं सीख कर लोक व्यवहार और संवाद में निपुण हो सकें।

Latest MP News : उज्जवल प्रदेश, भोपाल. प्रदेश में स्कूली शिक्षा में देश की विभिन्न भाषाओं को पढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने इसका ऐलान करते हुए कहा है कि भाषाएं जोड़ने का काम करती हैं। इसी अवधारणा को परिलक्षित करने के उद्देश्य से प्रदेश में स्कूली शिक्षा में तमिल, कन्नड़, गुजराती आदि क्षेत्रीय भाषाओं को सिखाने का कार्य भी किया जाएगा, जिससे यहां के बच्चे अन्य राज्यों की भाषाएं सीख कर लोक व्यवहार और संवाद में निपुण हो सकें।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षक प्रशिक्षण नीति बनाई गई है। पूर्व प्राथमिक शिक्षा के परिप्रेक्ष्य में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधानों में भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुपालन में व्यापक संशोधन की आवश्यकता है, जिस पर विचार मंथन किया जा रहा है। प्रदेश में 53 ईएफए स्कूलों में पूर्व प्राथमिक कक्षाओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुपालन में अरुण, उदय और प्रभात नाम से अलंकृत किया गया है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुपालन और क्रियान्वयन के लिए समाज और सरकार दोनों ही प्रतिबद्ध हैं। उच्च शिक्षा से ज्यादा पूर्व प्राथमिक शिक्षा पर जोर देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा पद्धति में शिशु शिक्षा महत्वपूर्ण पड़ाव है जहां बच्चों को स्वाभाविक प्रवृत्ति और खेल-खेल में सीखने के लिए प्रेरित करना होगा।

विद्यार्थी केंद्रित शिक्षा देने के संकल्प के साथ शिक्षकों को यह प्रयास करना होगा। बच्चों में भारतीय शिक्षा दर्शन के अनुरूप शिक्षा पद्धति के क्रियान्वयन के लिए स्कूल शिक्षा के साथ आँगनवाड़ी केंद्रों में भी इस दृष्टिकोण को स्थापित करने की आवश्कता है जिससे पूर्व प्राथमिक शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन हो सके।

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