Mukhyamantri Kanya Vivah Yojana : अब सामान नहीं मिलेगा 49 हजार का चेक
Mukhyamantri Kanya Vivah Yojana : मुख्यमंत्री कन्या विवाह, निकाह योजना में सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित होकर विवाह सम्पन्न कराने वाली प्रत्येक पात्र कन्या , विधवा और परित्यक्ता को योजना के तहत अब उपहार सामग्री नहीं दी जाएगी।
Mukhyamantri Kanya Vivah Yojana : उज्जवल प्रदेश, भोपाल. मुख्यमंत्री कन्या विवाह, निकाह योजना में सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित होकर विवाह सम्पन्न कराने वाली प्रत्येक पात्र कन्या , विधवा और परित्यक्ता को योजना के तहत अब उपहार सामग्री नहीं दी जाएगी। बल्कि सीधे कन्या के खाते में 49 हजार रुपए जमा किए जाएंगे। सामाजिक न्याय विभाग ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए है।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह और कन्या निकाह योजना में उपहार सामग्री प्रदान करने संबंधी सभी प्रावधान निरस्त कर दिए गए है। इसमें अभी तक कन्या को जो 11 हजार रुपए का एकाउंट पेयी चैक दिया जाता था उसके स्थान पर अब 49 हजार रुपए का एकाउंट पेयी चैक दिया जाएगा। योजना की शेष शर्ते पूर्वानुसार रहेगी। योजना में 55 हजार रुपए प्रति कन्या के मान से स्वीकृत किये जाएंगे इसमें से छह हजार रुपए सामूहिक विवाहज समारोह कार्यक्रम आयोजन करने हेतु आयोजनकर्ता निकाय को दिए जाएंगे।
जहां पूर्व में सामग्री खरीदी आदेश जारी वहां बटेगा उपहार: मुख्यमंत्री कन्या विवाह, निकाह योजनांतर्गत जिन जिला और निकायों में सामग्री खरीदी के आदेश जारी हो चुके है वे पूवगर्् की भांति सामग्री वितरण करेंगे। इस आदेश के जारी होने के बाद से कोई भी जिला, निकाय सामग्री क्रय आदेश जारी नहीं करेगा।
ओले से 25% से ज्यादा नुकसान तो प्रभावित किसान परिवार की बेटियों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री कन्या विवाह, निकाह योजना में ओलावृष्टि और असमय बारिश से फसलों के 25 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर प्रभावित परिवारों की बेटियां भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह, निकाह योजनांतर्गत विवाह, निकाह हेतु पात्र होंगी। तथा उन्हें योजना के प्रावधानों के तहत निर्धारित लाभ दिया जाएगा साथ ही इन कन्याओं के सामूहिक विवाह हेतु आवेदन करने की समयसीमा का बंधन भी समाप्त कर दिया गया है। इस संबंध में भी सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किए गए है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आलो प्रभावित क्षेत्रों के दौरान किसानों को बेटियों में विवाह के लिए मदद का वादा किया गया था। इसी के मद्दे नजर यह फैसला लिया गया है।