विश्व ग्लूकोमा सप्ताह के दौरान AIIMS Bhopal में विभिन्न कार्यक्रमों का किया आयोजन
AIIMS Bhopal News : विश्व ग्लूकोमा सप्ताह, 12 से 18 मार्च, ग्लूकोमा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व ग्लूकोमा एसोसिएशन (WGA) की एक वैश्विक पहल है ।
AIIMS Bhopal News : उज्जवल प्रदेश, भोपाल. विश्व ग्लूकोमा सप्ताह, 12 से 18 मार्च, ग्लूकोमा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व ग्लूकोमा एसोसिएशन (WGA) की एक वैश्विक पहल है । इस दौरान आकर्षक विश्वव्यापी गतिविधियों की एक श्रृंखला के माध्यम से, रोगियों, नेत्र-देखभाल प्रदाताओं, स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता को दृष्टि संरक्षण में योगदान करने के लिए आमंत्रित किया जाता है । सभी के लिए जल्द से जल्द ग्लूकोमा का निदान करने हेतु आंखो (और ऑप्टिक तंत्रिका) की नियमित की जांच कराने के बारे में जागरूकता का प्रसार करना है ।
विश्व ग्लूकोमा सप्ताह के दौरान एम्स, भोपाल में विभिन्न गतिविधियोँ जैसे कि- पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिता, ओपीडी में पैम्पलेट वितरण, स्वास्थ्य वार्ता, वैज्ञानिक बैठक, दाहोद और चिकलोद गाँवों में नेत्र जाँच शिविर और विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य वार्ता आदि का आयोजन किया जा रहा है । ग्लूकोमा पर जागरूकता के प्रसारण के लिए छात्रों द्वारा एक नाटिका भी प्रस्तुत की जाएगी ।
विश्व ग्लूकोमा सप्ताह एक अनूठी पहल है जो दुनिया भर में रोकथाम योग्य अपरिवर्तनीय अंधेपन के प्रमुख कारण के रूप में ग्लूकोमा पर प्रकाश डालती है । ग्लूकोमा का शीघ्र निदान और उपचार अनावश्यक दृष्टि दोष को रोक सकता है, हालाँकि, बहुत से लोग इस बात से अनजान हैं कि उन्हें यह बीमारी है या फिर आवश्यक देखभाल तक उनकी पहुँच नहीं है ।
ग्लूकोमा, एक बढ़ती सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता है जिस पर अधिक ध्यान देने और प्रभावी नेत्र स्वास्थ्य प्रणाली की आवश्यकता है । विश्व ग्लूकोमा सप्ताह के दौरान प्रतिवर्ष स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल एवं हमारे प्रयासों को एकीकृत करने वाले एक ध्येय वाक्य का चयन किया जाता है । इस सप्ताह के लिए “द वर्लड इज ब्राइट, सेव योर साइट!” इस वर्ष का ध्येय वाक्य (थीम) है ।
सामुदायिक जागरूकता परियोजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए इनका जन सामान्य के लिए प्रासंगिक होना आवश्यक है अर्थात् उनको स्थानीय लोगों के अनुरूप किए जाने की आवश्यकता है । इस प्रकार हम, सामुहिक विश्वास और वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ सभी को साथ लेकर चलते हुए अपने उद्देश्य में सफल हो सकते हैं । एम्स, भोपाल तृतीयक स्वास्थ्य सेवा, सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता और चिकित्सा शिक्षा में सबसे आगे रहा है।
संस्थान का नेत्र विज्ञान विभाग नवीनतम तकनीक और दवाओं के साथ सभी प्रकार के ग्लूकोमा के प्रबंधन और उपचार के लिए पूरी तरह से सुसज्जित है । इसलिए, इस वर्ष के जब हम विश्व ग्लूकोमा सप्ताह मना रहे हैं, तो आइए अपनी नियमित नेत्र जांच कराने का संकल्प लें और ग्लूकोमा का निदान करवाते हुए अपनी दृष्टि को सुरक्षित रख सकते हैं ।