आदित्य रघुवंशी, उज्जवल प्रदेश, सिलवानी.
Silwani News : ग्राम बीकलपुर में सप्तदिवासिय कथा के पंचम दिवस में कथा व्यास रामकिंकर शर्मा द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा पूतना बध के साथ ही अन्य सभी बाल लीलाओं के साथ माखन चोरी, गाय चराने, ब्रम्हा जी द्वारा श्रीकृष्ण की परीक्षा लेने के लिए गौ चोरी, कालियानाग के फन पर नृत्य, दावानल का पानी आदि-आदि बाललीलाओं का वर्णन किया। साथ में यह भी कहा कि श्रीमद्भागवत कथा एक ऐसी कथा है जो भक्तों द्वारा भगवान की स्तुतियों की कथा है।
श्री व्यास जी महाराज द्वारा एक कथा प्रसंग के मध्य श्रीशिव महापुराण में कैसे भगवान शिव की पूजन करना गृहस्थ के लिए करना चाहिए यह भी बताया। व्यास जी महाराज ने यह भी कहा कि अपनी वैदिक परंपरा से, अपनी गुरु आज्ञा से जो भगवान शिव की पूजन बताई गई है केवल वैसे ही करें टीवी के अनुसार न चलें क्योंकि जैसी पूजन टीवी पर बताई जा रही है वैसी होती है किन्तु वह किन परस्थिति में की जाती है वह गृहस्थ के लिए विनाशकारक सिद्ध होती है, भगवान शिव को भारतीय शुद्ध गौ के पंचगव्य से ही पूजन करना सर्वश्रेष्ठ है उससे ही हमारी सभी कामनाएं भगवान महादेव पूर्ण करते है इसलिए भगवान शिव को जो मनुष्य ही नही समस्त देवताओं के भी भगवान है न्याय के अधिष्ठाता देवता है, भोले है, रुद्र भी है वो महाकाल है तो काल भी वह ही है इसलिए उनकी पूजन जैसी आधिकारिक रूप से वेद भगवान द्वारा बताई गई है वैसे ही करें किसी के भ्रम में आकर उटपटांग ढंग से उनका पूजन न करें ।