MP News: मानकुंवर नदी पर बना पुल बहा, बालाघाट से मंडला, सिवनी, जबलपुर की आवाजावी रूकी
Latest MP News: पिछली रात हुई वर्षा की वजह से बालाघाट-लामता से नैनपुर मार्ग में मानकुंवर नदी पर बना पुल(डायवर्सन) दूसरी बार यानी साढ़े आठ माह बाद नदी में आए तेज बहाव से बह गया।
Latest MP News: उज्जवल प्रदेश, बालाघाट/लामता. बालाघाट जिले में लगातार एक सप्ताह से मौसम में परिवर्तन हो रहा है, दिन भर मौसम साफ रहने के बाद शाम व रात में वर्षा हो रही हैं। इधर पिछली रात हुई वर्षा की वजह से बालाघाट-लामता से नैनपुर मार्ग में मानकुंवर नदी पर बना पुल(डायवर्सन) दूसरी बार यानी साढ़े आठ माह बाद नदी में आए तेज बहाव से बह गया।
पुल बहने से बालाघाट से नैनपुर, मंडला, सिवनी, केवलारी, जबलपुर सहित अन्य मार्ग पर चलने वाले वाहनों के पहिए मंगलवार की सुबह से थम गए हैं। दरअसल, माह अगस्त 2022 में लगातार वर्षा से होने से मानकुंवर नदी में आई बाढ़ से 15-16 अगस्त को पुल एक छोर से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद से पुल का मरम्मत कार्य कर वाहनों के आना जाना लायक बना दिया गया था।
सोमवार की रात बह गया पुल
जानकारी के अनुसार इन दिनों एक सप्ताह से अधिक समय होने जा रहा है मौसम में परिवर्तन होने के साथ ही जिले में कही पर भी तेज आंधी तूफान के साथ वर्षा हो रही हैं ।दो-तीन दिन से लामता-चांगोटोला क्षेत्र में तेज वर्षा होने से मानकुंवर नदी में जल स्तर बढ़ गया।
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इतना जल स्तर बढ़ गया कि अगस्त माह में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुआ नदी के पुल को अभी तक मरम्मत कार्य कर वाहनों के आने जाने लायक बनाया गया था, लेकिन नदी में पानी का तेज बहाव आने से सोमवार की रात में पुल बह गया। मंगलवार सुबह जब लोग ने नदी की तरफ घूमने गए तो मरम्मत वाला पुल का नजारा देख दंग रह गए। साथ ही कहने लगे कि गर्मी में भी पुल बह गया। जिसके बाद से इस मार्ग से आवाजाही बंद हो गई हैं।
सालों पुराना नदी का पुल
ग्रामीणों ने बताया कि नैनपुर से लामता व बालाघाट मार्ग पर पड़ने वाला मानकुंवर नदी पर बना पुल सालों पुराना हैं। अगस्त माह में लगातार तीन दिन रही बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया था।बताया गया है कि पिछले बार नदी से ज्यादा रेत खनन होने से पुल की नींव कमजोर हो गई थी। तभी तो पुल का एक छोर से बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गया था।अब मरम्मत कार्य जब तक नहीं हो पाएगा,तब वाहनों के पहिए थमे रहेंगे।ऐसे में इसका प्रभाव आने जाने के साथ ही कई व्यवसाय भी प्रभाव पड़ेगा।
अब पुल से पैदल जाना पड़ेगा नदी के पार
पुल बह जाने की वजह से लोगों को इस मार्ग से आना जाना करना है तो नदी में जलस्तर कम होने के बाद करीब एक से डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर नदी के पार जाना पड़ेगा। नैनपुर तरफ से आने वाले बस एक छोर पर रूक जाती है,जिससे यात्रीगणों को उतारने के बाद करीब एक से डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता है।तब दूसरी बस यदि बालाघाट या अन्य जगह जाना हैं तो बदलना पड़ता है। हालांकि पुलिस ने दोनों ओर से लोगों के आने जाने पर रोक लगा दी हैं और मार्ग को बंद कर दिया है।
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