मास्टरजी बच्चों के बैग का तकिया बनाकर क्लासरूम में सो गए, BEO ने बैठाई जांच

जबलपुर
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में शिक्षा के हालात की ताजा तस्वीर सामने आई है। जिले के मझौली तहसील स्थित प्राथमिक स्कूल नंदग्राम में एक शिक्षक क्लासरूम में बच्चों के बैग को तकिया बनाकर सो गया। इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि टीचर अपने कपड़े उतारकर क्लास में चैन की नींद सो रहा है। क्लास में बच्चों के बैग तो हैं लेकिन छात्र दिखाई नहीं दे रहे हैं।सरकारी टीचर का नाम विनोद मांझी बताया जा रहा है।

नोटिस के जवाब टीचर ने दी ये सफाई

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा अधिकारी ने टीचर विनोद मांझी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। हालांकि वीडियो के संबंध में टीचर ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उसकी तबीयत खराब थी। इसलिए वह सो गया था। बीईओ का कहना है कि इससे पहले भी विनोद मांझी के खिलाफ शिकायतें आ चुकी हैं।

बच्चों के बैग पैर और सिर के पास रखा

जानकारी के मुताबिक, विनोद मांझी प्राथमिक शाला नंदग्राम में पदस्थ हैं। बुधवार को स्कूल आए टीचर मांझी ने बच्चों को पढ़ाने के बजाय उन्हें खेलने के लिए कहा और खुद कक्षा में आराम करने लगा। विनोद ने अपनी शर्ट उतारकर छात्रों के स्कूली बैग को सिर के नीचे तकिए की तरह रखा। इतना ही नहीं कुछ बैग उसने पैरों के पास भी रखे थे।

ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर किया वायरल

बच्चों ने विनोद मांझी की इस हरकत के बारे में गांव के कुछ लोगों को बताया। इसके बाद ग्रामीणों ने शिक्षक का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। स्कूल में शिक्षक के सोते हुए वीडियो को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी का भी बयान सामने आया है। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अतुल चौधरी का कहना है कि इससे पहले भी विनोद मांझी के खिलाफ बच्चों के साथ मारपीट करने और उन्हें न पढ़ाने संबंधी शिकायतें मिली हैं। अब उनका एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है,जिसमें वह बच्चों के बैग पर सिर रखकर सोते नजर आ रहे हैं।

जांच के लिए बनाई गई टीम

उन्होंने बताया कि आज ही स्कूल का निरीक्षण भी किया गया। इस संबंध में विनोद मांझी को नोटिस देकर उनसे जवाब मांगा गया था। इस पर उन्होंने तबीयत खराब होने की बात कही है। बीईओ ने बताया कि इस मामले में एक जांच टीम बनाई गई है और रिपोर्ट आते ही वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी जाएगी।

Related Articles

Back to top button