MP News: मध्यप्रदेश आज बदल रहा है – मुख्यमंत्री चौहान
लाड़ली बहना, मेरी जिंदगी की सबसे महत्वपूर्ण योजना
बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दूँगा
सलकनपुर में बन रहा है देवी का भव्य मंदिर
बायां की दाल एवं गुड़ पट्टी आज भी याद आती है
मुख्यमंत्री चौहान ने बायां, सीहोर में 25 करोड़ 98 लाख रुपए के विकास कार्यों का किया भूमि-पूजन/लोकार्पण
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूरा मध्यप्रदेश आज बदल रहा है। प्रदेश में तेजी से विकास और जन-कल्याण के कार्य हो रहे हैं। प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय जो कभी 11 हजार रूपये थी, अब एक लाख 40 हजार रूपये हो गई है। पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछ गया है। हर खेत में सिंचाई का पानी और हर घर नल से जल पहुँचाने का कार्य हो रहा है। बिजली की आपूर्ति निरंतर है। विकास के सभी मानकों में मध्यप्रदेश आगे है।
मुख्यमंत्री चौहान आज विकास पर्व के दौरान सीहोर जिले के ग्राम बायां में विशाल जन-समुदाय को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने 25 करोड़ 98 लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन/लोकार्पण किया। इनमें 25 करोड़ 32 लाख 84 हजार रूपये के भूमि-पूजन एवं 65 लाख 64 हजार रूपये के लोकार्पण शामिल हैं। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये। प्रारंभ में बेटियों का पूजन किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना मेरी जिंदगी की सबसे महत्वपूर्ण योजना है। मैंने बचपन से बेटियों के प्रति भेदभाव देखा और संकल्प लिया कि इसे मिटा कर रहूँगा। प्रदेश में बेटियों को सम्मान और मजबूती प्रदान करने के लिये निरंतर कार्य हो रहे हैं। लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्या-विवाह/निकाह, पंचायतों में 50 प्रतिशत आरक्षण, संबल जैसी योजनाओं के बाद लाड़ली बहना योजना बनाई गई है। यह योजना बहनों को समाज में सम्मान दिलायेगी और उनका आत्म-विश्वास बढ़ायेगी। इस योजना पर एक वर्ष में लगभग 15 हजार करोड़ रूपये खर्च होंगे। आगामी समय में इसकी राशि को बढ़ा कर 3000 रूपये तक किया जायेगा। बहनों को सशक्त बनाने के लिये स्व-सहायता समूहों से जोड़ा जा रहा है और उनकी आमदनी प्रतिमाह कम से कम 10 हजार रूपये करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री की घोषणाएँ
- बायां में नाले की रिटेनिंग वॉल निर्माण एवं पक्कीकरण।
- सलकनपुर कॉरिडोर निर्माण के लिये सर्वे।
- एक हजार मीटर आंतरिक मार्ग स्वीकृत।
- सामुदायिक भवन निर्माण।
- हायर सेकेण्डरी स्कूल में कॉमर्स कक्षाएँ प्रारंभ करना।
- नया कचरा संग्रहण वाहन।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बचपन से मैं बायां आया करता हूँ। गाँव के लगभग सभी घरों में मैं गया हूँ। बायां की दाल और गुड़ पट्टी मुझे आज भी याद आती है। आज मैं यहाँ की दाल खाकर जाऊँगा। उन्होंने बायां के सरकारी स्कूल में मरम्मत और क्षेत्र के विकास के लिये अनेक घोषणाएँ भी कीं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सलकनपुर में देवी माँ का भव्य मंदिर बन रहा है, जहाँ पूरी दुनिया से लोग दर्शन करने आयेंगे। बुधनी में 750 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है। बायां में फोरलेन का कार्य भी किया जा रहा है, जिसे राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बच्चे खूब पढ़ें और आगे बढ़ें। मैं उनकी पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दूँगा। इसके लिये विद्यार्थियों को हर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। बारहवीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक लाने पर लैपटॉप दिया जाता है, पाँचवीं से छटवीं और आठवीं से नौंवी अन्य गाँव में पढ़ने जाने के लिये साइकिल दी जाती है और अब बारहवीं कक्षा में टॉप करने वाले एक बेटे और एक बेटी को स्कूटी दी जायेगी। मेधावी विद्यार्थी योजना में उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार भरवा रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में रोजगार और स्व-रोजगार के व्यापक अवसर दिलाये जा रहे हैं। एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती चल रही है और 50 हजार पदों पर आगे होगी। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में सरकार स्व-रोजगार के लिये अपनी गारंटी पर ऋण और ब्याज अनुदान दिलवाती है। 12वीं पास अथवा आईटीआई करने वाले विद्यार्थियों को सीखो-कमाओ योजना में प्रशिक्षण के साथ 8 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय भी दिया जाता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पुरानी सरकार ने जन-कल्याण की बहुत सी योजनाएँ बंद कर दीं। मुख्यमंत्री कन्या-विवाह, मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन, संबल जैसी योजनाएँ बंद कर दी गईं। हमारी सरकार ने इन्हें पुन: चालू किया है। अब बुजुर्गों को हवाई जहाज से भी तीर्थ-यात्रा करवाई जा रही है।
सांसद रमाकांत भार्गव ने क्षेत्र के विकास के लिये मुख्यमंत्री चौहान का आभार माना। विधायक करण सिंह वर्मा, गुरु प्रसाद शर्मा रघुनाथ सिंह भाटी, राजेन्द्र सिंह राजपूत, आदिवासी वित्त विकास निगम अध्यक्ष श्रीमती निर्मला बारेला, महेश उपाध्याय, जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल सिंह इंजीनियर, रवि मालवीय, मारुति शिशिर, श्रीमती सीमा जुगल पटेल सहित अन्य जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में जन-समुदाय उपस्थित था।