स्कूल ड्राप आउट रेट हुआ कम , स्टीम शिक्षा पद्धति लागू

भोपाल
मध्य प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र बड़ी उपलब्धि हासिल की है। प्रदेश में स्कूल ड्रॉप आउट रेट में काफी गिरावट देखने को मिली है। ड्राप आउट रेट 4.92 फीसदी से घटकर 1.35 फीसदी हो गया है। नेशनल अचीवमेंट सर्वे की एक रिपोर्ट के अनुसार अब इन आकड़ो के बाद मध्य प्रदेश स्कूल ड्रॉप आउट के मामले में देशभर में पांचवे स्थान पर आ गया है।

जानकारी के अनुसार स्कूल शिक्षा बजट भी 12 प्रतिशत बढ़ाया गया है। सरकारी स्कूलों में बच्चों को मुफ्त साइकिल, किताबें और ड्रेस आदि बांटी जा रही हैं। और साथ ही शिक्षकों की भर्ती में भी महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण भी दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार अब तक 3 लाख 20 हजार से ज्यादा शिक्षकों का प्रशिक्षण हो चूका हैं।

वहीं प्रदेश में प्राथमिक स्कूलों, माध्यमिक स्कूलों, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या दोगुनी हो गई है। साथ ही स्कूलों में स्टीम शिक्षा पद्धति लागू कर दी गई है। इस पद्धति के तहत बच्चों को स्कूल में साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्ट्स, मैथ्स की पढ़ाई साथ कराई जाती है। जिससे बच्चों को स्कूली टाइम से ही प्रोफेशनल स्टडी भी करने का मौका मिलें।

बता दें कि एमपी में 20 हजार आंगनबाड़ी परिसर संचालित हो रहे हैं। और करीब 9000 से ज्यादा सर्वसुविधा संपन्न सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं। फिलहाल पहले चरण में 370 विद्यालयों को स्वीकृत किया गया है और इसी सत्र से इन स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। वहीं उमंग हेल्पलाइन के जरिए टेली काउंसलिंग सेवा भी संचालित की जा रही है। जिससे गोंडी, बेगानी, भीली आदि स्थानीय भाषाओं में भी प्राथमिक स्तर पर पढ़ाई कराई जा रही हैं।

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