दंपती ने एक हजार व्यापारियों से ठगे पांच करोड़, ठग दंपती ने दिया था अधिक ब्याज का लालच, जनसुनवाई में लगाई गुहार

भोपाल
कोलार क्षेत्र में जालसाज दंपती ने एक हजार से अधिक व्यापारियों से पांच करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया है। ठग दंपती ने व्यापारियों को अधिक ब्याज का लालच देकर दैनिक वसूली शुरू की थी।जब रुपये वापस करने का समय आया तो दोनों गायब हो गए। पीड़ित व्यापारी मंगलवार को कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई है।

कलेक्टर ने व्यापारियों को आश्वासन दिया है कि वह मामले में पुलिस आयुक्त से बातचीत कर उचित कार्रवाई करवाएंगे।वहीं जनसुनवाई में विभिन्न समस्याएं लेकर 84 आवेदक पहुंचे, जिनको एडीएम, डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने सुना और विभागीय अधिकारियों को समाधान करने के निर्देश दिए हैं।

कोलार निवासी राजकुमार वर्मा ने बताया कि अशोक नाथ योगी और उसकी पत्नी कृष्णा ने एक कंपनी बनाकर व्यापारियों से प्रतिदिन रुपये लेना शुरू किया था। कोलार क्षेत्र के करीब एक हजार छोटे दुकानदारों ने राशि दी। अब दोनों ही रुपये लेकर फरार हो गए हैं। मोबाइल भी बंद कर लिया गया है। उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। लगभग पांच करोड़ रुपये की राशि उन्होंने ली है। व्यापारियों ने कलेक्टर से मांग की है कि दोनों को जल्दी पकड़ा जाए, जिससे उनकी राशि वापस मिल सके।

दिव्यांग किसान को आइपीएस ने धमकाया
परवलिया सड़क शाहपुर निवासी कालूराम पिता लालजी ने बताया कि गांव में उसकी जमीन है। जिससे लगी आइपीएस सुरेंद्र गौर की जमीन भी है। दिव्यांग किसान ने जब भी अपने खेत में जाकर काम करता है तो आइपीएस उनके साथ गाली-गलौच कर धमकी देता है और खेत छीनने की बात कहता है। वह पिछले तीन वर्ष से प्रताड़ित कर रहा है।

रोटी में घुन, दाल में इल्ली परोसी
नजीराबाद के भगवान सिंह, पूरन सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है कि शशि समुदाय समूह द्वारा स्कूल में मध्यान भोजन नियमानुसार नहीं दिया जा रहा है। आए दिन रोटी में घुन और दाल में इल्ली निकलती है।सब्जियां सड़ी गली उपयोग की जा रही हैं।

बुजुर्ग को नहीं मिला मकान
उमा देवी पत्नी विनोद गुप्ता उम्र 64 साल निवासी लिबरटी कालोनी समरधा होशंगाबाद रोड ने बताया कि एक महीने पहले कोलार एसडीएम रविशंकर राय ने शिवकुमारी माहेश्वरी पत्नी प्रदीप मोहेश्वरी को मकान खाली करने के आदेश दिए थे। इसके बाद भी अब तक बेदखल नहीं किया जा रहा है। बुजुर्ग रोजाना तहसील के चक्कर काट रहीं हैं।

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