सामाजिक समस्याओं के निदान में सामाजिक प्रेरकों की भूमिका महत्वपूर्ण

सभी समुदाय स्वास्थ्य जागरूकता के प्रति एकजुट
धार

कोरोनाकाल में हमें जीवन के साथ ही टीकों का महत्व पता चला। जानलेवा बीमारियों से बचाव में टीकाकरण बहुत मददगार है। ग्रामीण ही नहीं शहरी क्षेत्रों में भी सामाजिक जागरूकता महत्वपूर्ण है। सोशल मीडिया के युग में सामाजिक प्रेरकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।हम कई बार बहुत उपयोगी काम भी भूल जाते है। हमें याद रखना है कि अपने बचाव के साथ ही अपनों का व टीकाकरण से वंचितों अपनों का ध्यान रखना है। ये विचार पूर्व विधायक करणसिंह जी पंवार, हास्यकवि संदीप शर्मा, डॉ श्रीकांत द्विवेदी व जिला अस्पताल के नशामुक्ति अधिकारी डॉ संजय भंडारी ने व्यक्त किये।अवसर था यूनीसेफ व एमपीव्हीएचए  के टीकाकरण अभियान भोज शोध संस्थान द्वारा आयोजित सामाजिक प्रेरकों के सम्मेलन में का।

आयोजन प्रस्तावना भोज शोध संस्थान के निदेशक डॉ दीपेंद्र शर्मा ने देते हुए कहा कि सोशल मीडिया के बढ़ते प्रचलन में सामाजिक प्रेरकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। आपका एक संदेश व विचार भी समाजहितकारी होता है।  नियमित टीकाकरण, कोरोना वेक्सीनेशन, बाल विवाह रोकथाम व हाथ धुलाई जैसी सामाजिक गतिविधियों पर अतिथि वक्ताओं के रूप में कथावाचक धर्माचार्य डॉ देशराज वशिष्ट, शहर काजी वकारुल्ला खान, सिख संगत से बब्बू भाई जी एवं धार शहर के सिख समाज के ज्ञानी जी धारेश्वर मन्दिर से अविनाश दुबेजी, बोहरा समाज से हुसैन चक्कीवाले भोज शासकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय से सेवा योजना अधिकारी डॉ के एस चौहान, सामाजिक कार्यकर्ता कंचन जी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ सुधीर कुमार मोदी आदि ने भी एकजुट होकर इस सामाजिक प्रयास में साथ व सहयोग का वादा किया। कार्यशाला में तिरला व नालछा विकासखंड से भी सरपंचों व गणमान्य नागरिकों ने सहभागिता की। संचालन जिला कार्यक्रम समन्वयक दुर्गेश नागर व आभार व्यक्त कवि लोकेश जड़िया ने किया।यह जानकारी मीडिया प्रभारी राकी मक्कड़ ने दी।

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