RAILWAY के OYO Room में 500 रुपए में दी जा रही बम बनाने की ट्रेनिंग!
RAILWAY के एक फ्लैट से छत्तीसगढ़-दुर्ग पुलिस ने देशी बम वाली सामग्री बरामद की है। फ्लैट को OLX और फर्जी OYO वेबसाइट पर 500 रुपये में किराए पर देने का विज्ञापन दिया था।

RAILWAY: उज्जवल प्रदेश, रायपुर/दुर्ग. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में भिलाई के सुपेला थाना क्षेत्र में चौहान ग्रीन वैली कॉलोनी के एक फ्लैट से पुलिस ने देशी बम (Bombs) बनाने (making) में उपयोग होने वाली चौंकाने वाली सामग्री बरामद की है। फ्लैट के मालिक, रेलवे (RAILWAY) में ग्रेड-2 कर्मचारी कमल किशोर नायक को हिरासत में लिया गया है।
शक है कि यहां देशी बम बनाए या ट्रेनिंग (Training) दी जाती है। पुलिस ने छापेमारी के दौरान फ्लैट से 100 से अधिक पुराने मोबाइल फोन, उनकी बैटरी, इस्तेमाल किए गए कंडोम, महिलाओं के बाल, ताले, ड्रिल मशीन, कंप्यूटर, सीडी, सिम कार्ड, और एक रजिस्टर बरामद किया, जिसमें 1950 से अब तक के रेल हादसों की न्यूज कटिंग्स चिपकाई थीं। इसके अलावा, बम बनाने की सामग्री भी मिली, जिससे कॉलोनी में दहशत फैल गई।
कमल किशोर ने अपने फ्लैट को OLX और एक फर्जी OYO वेबसाइट पर 500 रुपये में कमरा (OYO Room) प्रतिदिन के किराए पर देने का विज्ञापन दिया था। कॉलोनी वासियों को फ्लैट में अजनबी लोगों की लगातार आवाजाही पर शक हुआ। एक युवक और युवती ने ग्राहक बनकर फ्लैट का जायजा लिया, जहां उन्हें एक 16 वर्षीय किशोर मिला, जो जोमैटो में काम करता था। संदिग्ध गतिविधियां देखकर उन्होंने इसकी सूचना दी। इसके बाद कमल किशोर ने युवक-युवती को कमरे में बंद कर दिया।
शोर सुनकर कॉलोनीवासी जमा हुए और पुलिस को बुलाया। स्मृति नगर चौकी पुलिस ने तुरंत छापेमारी कर कमल और किशोर को हिरासत में लिया। पुलिस को फ्लैट से बरामद रजिस्टर में रेल हादसों की कटिंग्स के साथ कमल की हस्तलिखित टिप्पणियां मिलीं, जिसने मामले को और रहस्यमय बना दिया। बम बनाने की सामग्री की बरामदगी से स्थानीय लोग सहमे हुए हैं।
पुलिस प्रवक्ता पद्मश्री तंवर ने बताया कि बरामद सामग्री की फॉरेंसिक जांच की जाएगी और फ्लैट में आने-जाने वालों की पहचान की जा रही है। स्थानीय निवासी निर्मला ने बम बनाने की सामग्री से डर का माहौल होने की बात कही और बैचलर युवक-युवतियों की जांच की मांग की। ग्रीन वैली सोसाइटी के प्रभारी पीएसएन राव ने बताया कि उन्हें लंबे समय से फ्लैट में संदिग्ध गतिविधियों का शक था, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।