काम की खबर… Blackout Alert में गाड़ी चला रहे हैं? जानिए क्या करें और क्या न करें, बचाव के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स
Blackout Alert : भारत-पाक तनाव के बीच कई इलाकों में ब्लैकआउट सायरन बज रहे हैं। ड्राइविंग के दौरान अगर ऐसा हो, तो घबराने की जरूरत नहीं। कार को सुरक्षित जगह पर रोकें, लाइट्स बंद करें और निर्देशों का पालन करें। इस खबर में जानिए ब्लैकआउट के दौरान कार में क्या करें और क्या न करें।

Blackout Alert : उज्जवल प्रदेश डेस्क. पाकिस्तान के ड्रोन हमलों के बाद भारत में कई इलाकों में ब्लैकआउट की चेतावनी दी जा रही है। यदि आप वाहन चला रहे हैं और अचानक सायरन बजने लगे, तो घबराएं नहीं। जानिए ऐसे समय में क्या करना है, ताकि आप और आपके साथ चल रहे लोग सुरक्षित रहें।
ब्लैकआउट सायरन बजते ही अपनाएं ये सावधानियां
भारत-पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाव की स्थिति बन गई है। पाकिस्तान की ओर से सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन हमले किए गए हैं, जिनका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। इस स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने कई क्षेत्रों में ब्लैकआउट का निर्देश दिया है, जिससे रात में दुश्मन को ठिकानों का पता न चल सके।
ऐसे में अगर आप कार चला रहे हैं और ब्लैकआउट सायरन बजने लगे तो घबराने के बजाय कुछ जरूरी बातों का पालन करके आप सुरक्षित रह सकते हैं। आइए जानते हैं ड्राइविंग के दौरान ब्लैकआउट अलर्ट पर क्या करें।
ब्लैकआउट सायरन का मतलब क्या होता है?
ब्लैकआउट सायरन बजने का सीधा मतलब है कि किसी बड़े खतरे या आपातकालीन स्थिति की आशंका है- जैसे कि हवाई हमला, मिसाइल अटैक या युद्ध। इस सायरन का उद्देश्य होता है कि सभी लोग रोशनी बंद करें ताकि दुश्मन को शहर की गतिविधियों का पता न चल सके।
अगर कार चला रहे हैं, तो तुरंत ये करें…
- गाड़ी को तुरंत रोकें: यदि आप किसी हाईवे या शहर में गाड़ी चला रहे हैं और ब्लैकआउट सायरन बजे, तो गाड़ी को तुरंत सड़क किनारे सुरक्षित स्थान पर रोकें। कोशिश करें कि आप किसी गैरेज, ओवरब्रिज या पेड़ों की आड़ में वाहन खड़ा करें।
- सभी लाइट्स बंद कर दें: गाड़ी की हेडलाइट, फॉग लाइट, केबिन लाइट, टेललाइट्स सहित हर प्रकार की रोशनी तुरंत बंद करें। अंधेरे में रहें ताकि कोई रोशनी बाहर न जाए।
- इंजन बंद करें: अगर स्थिति अधिक गंभीर लगे और आप सुरक्षित स्थान पर हैं, तो वाहन का इंजन बंद कर देना बेहतर होगा।
यदि गाड़ी रोकना संभव न हो तो ये करें…
- हेडलाइट को डिप करें: अगर आपको गाड़ी रोकना संभव न हो, तो हेडलाइट को हाई बीम से लो बीम पर शिफ्ट करें। इससे रोशनी कम हो जाएगी और आप भी कम दृश्य में चल सकेंगे।
- धीरे-धीरे चलें: ब्लैकआउट के दौरान गाड़ी धीरे चलाएं और सड़क किनारे संभावित खतरे को ध्यान में रखें। हॉर्न का प्रयोग न करें और ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह पालन करें।
गाड़ी में ही रहना पड़े तो ये करें…
- खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें: गाड़ी को बंद कर लें और दरवाजों-खिड़कियों को लॉक करें। कोई भी बाहरी लाइट अंदर न आने दें।
- रेडियो और इमरजेंसी चैनल सुनें: अपने वाहन के रेडियो या मोबाइल में सरकारी आपातकालीन चैनल चालू रखें। इससे आपको ताजा निर्देश मिलते रहेंगे।
- पैनिक न करें: जरूरी नहीं कि हर ब्लैकआउट का मतलब हमला हो। यह अभ्यास भी हो सकता है। ऐसे में घबराने के बजाय शांत रहें।
पास में बंकर या मजबूत इमारत दिखे तो क्या करें?
यदि आपको कार के आसपास कोई बंकर, सरकारी इमारत या मजबूत भवन दिखे, तो वहां जाकर शरण लें। कोशिश करें कि खुले स्थानों से दूर रहें और जब तक स्थिति सामान्य न हो, वहीं रुकें।
ब्लैकआउट के दौरान इन बातों का रखें खास ध्यान…
- किसी भी हाल में मोबाइल की फ्लैशलाइट का प्रयोग न करें।
- वाहन में मौजूद सभी लोगों को शांत रखें।
- सोशल मीडिया पर कोई भ्रामक सूचना न फैलाएं।
- जब तक अधिकारिक आदेश न आएं, बाहर न निकलें।
- गाड़ी की स्थिति ऐसी रखें कि आप तुरंत आगे बढ़ा सकें (अगर जरूरत पड़े)।
ब्लैकआउट अभ्यास भी हो सकता है
यह ध्यान रखना जरूरी है कि कई बार सरकार ऐसे ब्लैकआउट अभ्यास कराती है ताकि आपातकालीन स्थिति में नागरिक तैयार रहें। इसलिए सायरन सुनते ही घबराएं नहीं, बल्कि प्रशिक्षित नागरिक की तरह सतर्क रहें।