Vastu Tips: इस दिशा में बैठकर करें भोजन, वरना बीमारियां और आकाल मृत्यु के बनेंगे योग
Vastu Tips: आप जब भी भोजन करने के लिए बैठें तो दिशा का जरूर चयन करें, भोजन करने की दिशा है उत्तर। वास्तु की मानें तो अगर गलत दिशा में बैठकर भोजन किया जाए तो बीमारयां घेरती हैं और उस व्यक्ति की आकाल मृत्यु के योग बनते हैं।

Vastu Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. आप जब भी भोजन करने के लिए बैठें तो दिशा का जरूर चयन करें, भोजन करने की दिशा है उत्तर। वास्तु की मानें तो अगर गलत दिशा में बैठकर भोजन किया जाए तो बीमारयां घेरती हैं और उस व्यक्ति की आकाल मृत्यु के योग बनते हैं।
वास्तु शास्त्र में ऊर्जा के प्रवाह के आधार पर सभी प्रकार के नियमों का पालन किया जाता है। वहीं वास्तु नियमों का सही तरीके से पालन किया जाए और ऊर्जा प्रवाह को समझा जाए तो हमारे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। वास्तु की मानें तो सोने, पढ़ने, काम करने, पूजा करने से लेकर खाना खाने का भी सही नियम बताया गया है। यदि कोई व्यक्ति नियम के अनुसार सही दिशा की ओर मुंह करके भोजन करता है तो उसकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। साथ ही किसी भी हानि से बचा जा सकता है।
गलत दिशा में भोजन करने से होते हैं बीमार
- वास्तु की मानें तो यदि कोई आदमी गलत दिशा में मुंह करके भोजन करता है तो बीमारियों का शिकार हो सकता है। इसके साथ ही उसके मन में अकाल मृत्यु का भय भी उत्पन्न हो जाता है।
- वास्तु शास्त्र में भोजन करने की दिशा के संबंध में विस्तार से बताया गया है। यदि आप धनवान बनना चाहते हैं और आर्थिक स्थिति में सुधार करना चाहते हैं तो उत्तर दिशा की ओर मुंह करके भोजन करना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
बेहतर स्वास्थ्य चाहिये तो पश्चिम दिशा की ओर करके भोजन करें
जो आदमी हमेशा बीमार रहता है उसे हमेशा पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके भोजन ग्रहण करना चाहिए, ऐसा करने से बीमारी व अकाल मृत्यु का भय नहीं रहेगा। वास्तु के अनुसार यदि जातक की कुंडली में अकाल मृत्यु का भय हो या पाप ग्रह हो तो ऐसे लोगों को पूर्व दिशा की ओर मुंह करके भोजन करना चाहिए। ऐसा करने से स्वास्थ्य में भी सुधार होगा और अकाल मृत्यु का भय भी दूर होगा।
भोजन करते समय दक्षिण दिशा की ओर मुंख न करें, यह बेहद अशुभ है
वास्तु की मानें तो भोजन करते समय खाते समय कभी भी दक्षिण दिशा की ओर मुंह नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। वास्तु नियमों में अशुभ माना जाता है।
रसोई की दिशा
वास्तु के अनुसार, रसोई घर को दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) दिशा में रखना सबसे उचित माना गया है। यह दिशा अग्नि देवता की है, और इसलिए यहां भोजन बनाना शुभ फलदायी होता है। अगर इस दिशा में रसोई बनाना संभव न हो, तो उत्तर-पश्चिम दिशा का चयन किया जा सकता है। लेकिन उत्तर, उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रसोई घर कभी नहीं बनाना चाहिए, क्योंकि यह दिशाएं नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती हैं।
खाना बनाते समय मुख की दिशा
खाना बनाते समय मुख का पूर्व दिशा की ओर होना सबसे लाभकारी माना गया है। पूर्व दिशा की ओर मुख करके भोजन बनाने से भोजन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि पूर्व दिशा संभव न हो, तो उत्तर दिशा की ओर मुख करके भी खाना बनाया जा सकता है। खाना बनाते समय दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर मुख करना वर्जित है, क्योंकि इससे घर के मुखिया के स्वास्थ्य और समृद्धि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
नोट: हम इन सभी बातों की पुष्टि नही करते । अमल करने से पहले संबंधित विषय विशेषज्ञ से संपर्क करें।