Vastu Tips: अगर जूता कुत्ता ले जाए तो उसे दोबारा घर लेकर न आयें, आती है घोर गरीबी

Vastu Tips: अगर घर, आफिस या मंदिर से आपके पहने हुये जूता कुत्ता ले जाए तो उसे भूलकर भी अपने घर लाने की कोशिश न करें वरना यह गरीबी का कारण हो सकता है।

Vastu Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. अगर घर ,आफिस या मंदिर से आपके पहने हुये जूता कुत्ता ले जाए तो उसे भूलकर भी अपने घर लाने की कोशिश न करें वरना यह गरीबी का कारण हो सकता है। वास्तु की मानें तो इस तरह करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है।

वास्तु की मानें तो जूते और चप्पल को गंदगी और नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक मानते हैं। बता दें कि जब एक कुत्ता जूता ले जाता है, तो यह माना जाता है कि वह उस नकारात्मक ऊर्जा को दूर ले जाता है। तो वहीं यदि आप जूता वापस घर लाते हैं, तो आप उस नकारात्मक ऊर्जा को वापस ला रहे हैं।

घर के बाहर ही उतारें जूते और चप्पल

वास्तु की माने तो घर के बाहर पहने जानी वाली चप्पलें या जूतों को घर के भीतर किसी भी हालत में पहनकर घर में नहीं करनी चाहिये । ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा हमारे जूते, चप्पलों के जरिए घर में घुस जाती है। इससे दरिद्रता, अशांति हावी होने लगती है, इसलिए बारह से जब भी घर में प्रवेश करें तो पहले जूते, चप्पल घर के बाहर ही उतार देनी चाहिए।

घर के अंदर की चप्पल दूसरी रखें

इस बात का पूरी तरह ध्यान दें कि जूते-चप्पल घर के बाहर या घर के अंदर ऐसे स्थान पर रखें जहां से गंदगी पूरे घर में न फैले तो वहीं घर के बाहर भी जूते-चप्पलों को व्यवस्थित ढंग से ही रखें इधर-उधर कहीं भी रखे गए जूते-चप्पल घर में वास्तु दोष उत्पन्न करते हैं। वहीं घर में चप्पल पहनना ही पड़े तो घर के अंदर की चप्पल दूसरी रखें, जिसे बाहर पहनकर न जाएं। इसके बीमारियां कभी भी आपके घर के अंदर नहीं आएंगी।

वैज्ञानिक कारण भी है

बता दें कि जूतों और चप्पलों में 421 हजार बैक्टीरिया होते हैं जिसे घर के अंदर पहनने से हमारे बीमारी व गरीबी का कारण बनते हैं। इसके पीछे धर्म ज्योतिष, वास्तु के अलावा वैज्ञानिक कारण भी है।

यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना की स्टडी के अनुसार, खराब बैक्टीरिया 90 प्रतिशत हमारे खाने और पानी के साथ मिल जाते हैं। इस शोध से एक बात और सामने आई, कि हमारे जूतों-चप्पलों में 7 अलग-अलग तरह के 27 प्रतिशत बैक्टीरिया होते हैं, जो हमारे पाचन तंत्र से लेकर श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं।

नोट: हम इन सभी बातों की पुष्टि नहीं करते। अमल करने से पहले संबंधित विषय विशेषज्ञ से संपर्क करें।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन… More »

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