Viral Video: टीटीई ने पैसेंजर को अजीबोगरीब कानून बताकर हड़काया, Video Viral..

Viral Video: टीटीई और यात्री का वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, जिसमें एक टीटीई और यात्री के बीच तीखी बहस देखी जा सकती है.

Viral Video: उज्जवल प्रदेश डेस्क। सोशल मीडिया पर रेलवे से जुड़े कई वीडियो वायरल होते रहते हैं, जिनमें से कुछ चौंकाने वाले होते हैं और कई बार लोगों को सोचने पर मजबूर कर देते हैं. हाल ही में एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है, जिसमें ट्रेन में टिकट चेकिंग के दौरान एक टीटीई और यात्री के बीच बहसबाजी होती दिख रही है. यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.

आखिर क्या हैं टीटीई का अजीबोगरीब कानून?

वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला टीटीई समेत दो टीटीई ट्रेन के अंदर यात्रियों के टिकट चेक कर रहे होते हैं. इसी दौरान, ऊपर की बर्थ पर बैठा एक यात्री टिकट जांच की प्रक्रिया का वीडियो रिकॉर्ड कर रहा होता है. टीटीई जब उसे वीडियो बनाते हुए देखता है, तो तुरंत उससे सवाल करता है, “तुम वीडियो बना रहे हो?” यात्री जवाब देता है, “हां, बना रहा हूं.” इसके बाद टीटीई नाराज होते हुए कहता है. “अब मैं तुम्हारा टिकट नहीं बनाऊंगा.”

टीटीई आगे दावा करता है कि “ऑन-ड्यूटी टीटीई का वीडियो बनाना गैरकानूनी है और इसके लिए 7 साल की सजा और 7,000 रुपये का जुर्माना होता है.” इस पर यात्री उससे पूछता है, “ऐसा कौन-सा नियम है? कहां लिखा हुआ है?” बात बढ़ते देख टीटीई यात्री से उसका मोबाइल मांगता है, लेकिन यात्री देने से इनकार कर देता है. इसके बाद दोनों के बीच तीखी बहस होती है. हालांकि, यह जानकारी सामने नहीं आई है कि यह वीडियो कब का है और किस ट्रेन से जुड़ा है.

वीडियो को देख कर लोगों ने कहा..

वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं.एक यूजर ने लिखा, “मैंने तो पहली बार सुना है कि ऐसा कोई नियम भी है. ”दूसरे यूजर ने कमेंट किया— “आजकल नए-नए कानून कहां से आ रहे हैं?”

एक अन्य यूजर ने लिखा. “टीटीई ने तो खुद ही नया कानून बना लिया है.” यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या वाकई ऐसा कोई नियम है या फिर टीटीई ने अपनी मनमानी दिखाई? वीडियो पर लगभग यूजर्स ने चौंकाने वाले कमेंट्स भी किए हैं.

Abhay Tripathi

उज्जवल प्रदेश डॉट कॉम में बतौर सब एडिटर कार्यरत अभय त्रिपाठी को डिजिटल मीडिया में 2 साल से अधिक का अनुभव है। हिंदी टाइम्स, प्रदेश टूडे जैसे कई प्रतिष्ठित संस्था… More »

Related Articles

Back to top button