मंकीपॉक्स : सेक्स लाइफ में बरतें ये सावधानी

भारत में मंकीपॉक्स अब धीरे-धीरे अपने पैर पसारने लगा है.  हेल्थ एक्सपर्ट्स भी अब अलर्ट मोड में आ गए हैं.  

संयुक्त राष्ट्र एजेंसी भी इसे ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर चुकी है. पुरुषों के सेक्सुअल बिहेवियर से जुड़ी कुछ खास बातें हैं.

98% मंकीपॉक्स के मामले गे, बाय सेक्सुअल और पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में पाए गए हैं सेक्सुअल पार्टनर्स की संख्या भी कम करनी चाहिए.'

मंकीपॉक्स से संक्रामक मरीज को खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए किसी भी फिजिकल कॉन्टेक्ट या फिर नए सेक्सुअल पार्टनर बनाने से भी बचना चाहिए.

मंकीपॉक्स किसी मरीज, उसके कपड़ों या बेडशीट के संपर्क में आने वाले को भी संक्रमित कर सकता है.

कमजोर इम्यूनिटी वालों जैसे कि बच्चों या गर्भवती महिलाओं में यह बीमारी अधिक गंभीर हो सकती है.

अभी तक यह निष्कर्ष नहीं निकाला है कि यह यौन संचारित संक्रमण था या नहीं.

कंडोम इस संक्रमण के खतरे को कम करने में मदद करेगा या नहीं 'सेक्स के दौरान होने वाली इंटीमेसी और करीबी ट्रांसमिशन की मुख्य वजह है.

मंकीपॉक्स के लगभग 99% मामले पुरुषों में होते हैं. मंकीपॉक्स चेचक की ही तरह होता है लेकिन उससे थोड़ा कम गंभीर है.

घाव संक्रमित व्यक्ति के मुंह में हो तो मंकीपॉक्स ड्रॉपलेट्स से भी फैल सकता है लेकिन इसकी संभावना भी तब है.