Wipro अगले वित्त वर्ष में 12,000 फ्रेशर्स को करेगा नियुक्त, H-1B Visa पर भरोसा बरकरार
Wipro Recruit Freshers : विप्रो अगले वित्त वर्ष 2025-26 में 12,000 फ्रेशर्स की भर्ती की योजना बना रही है। कंपनी का कहना है कि एच-1बी वीजा की पर्याप्त उपलब्धता के चलते आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं होगी। विप्रो हर तिमाही में ढाई से तीन हजार फ्रेशर्स को नियुक्त करने की योजना बना रही है। इसके साथ ही कंपनी के शेयरों में हाल ही में 2.15% की गिरावट दर्ज की गई।

Wipro Recruit Freshers : विप्रो, भारत की प्रमुख आईटी कंपनियों में से एक, अगले वित्त वर्ष 2025-26 में 10 हजार से 12 हजार फ्रेशर्स को नियुक्त करने जा रही है। कंपनी का मानना है कि H-1B वीजा की पर्याप्त उपलब्धता और अमेरिका में स्थानीय कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने से उन्हें मांग पूरी करने में कोई समस्या नहीं होगी। हालांकि, हालिया रिपोर्ट्स में कंपनी के शेयरों में गिरावट का उल्लेख किया गया है।
विप्रो की बड़े पैमाने पर भर्ती योजना
भारत की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी, विप्रो, अगले वित्त वर्ष 2025-26 में 10 बजार से 12 हजार फ्रेशर्स की भर्ती करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने बताया कि हर तिमाही में ढाई हजार से लेकर तीन हजार फ्रेशर्स को जोड़ा जाएगा। यह घोषणा विप्रो द्वारा शुक्रवार को दिसंबर तिमाही के आंकड़ों की घोषणा के दौरान की गई।
एच-1बी वीजा: कोई परेशानी नहीं
कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सौरभ गोविल ने कहा, “हमारे पास एच-1बी वीजा का पर्याप्त भंडार है। मांग बढ़ने पर भी आपूर्ति में कोई बाधा नहीं होगी।” इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका में उनके कर्मचारियों का एक बड़ा हिस्सा स्थानीय है, जिससे उन्हें काम करने में आसानी होती है।
कर्मचारियों की संख्या में कमी
हालांकि, चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में कर्मचारियों की संख्या में 1,157 की कमी देखी गई। पिछले साल दिसंबर तिमाही में कर्मचारियों की संख्या 2 लाख 39 हजार 655 थी, जो अब घटकर 2 लाख 32 हजार 732 हो गई है।
शेयर बाजार में गिरावट
विप्रो के शेयर में हाल ही में गिरावट दर्ज की गई है। शुक्रवार को कंपनी का शेयर 281.85 रुपये पर बंद हुआ, जो 2.15% कम था। हालांकि, यह गिरावट कंपनी की दीर्घकालिक योजना को प्रभावित नहीं करेगी।
विप्रो का फ्रेशर्स की बड़े पैमाने पर भर्ती का निर्णय युवा पेशेवरों के लिए नए अवसर लेकर आएगा। कंपनी का कहना है कि एच-1बी वीजा पर उनकी पकड़ और स्थानीय कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि से उन्हें ग्राहकों की मांग को पूरा करने में आसानी होगी।