Ajab Gazab : खुद को बाजी में लगा मकान मालिक से लूडो में हारी महिला, पति दर-दर की ठोकरें खाने मजबूर
Ajab Gazab : महिला अपने मकान मालिक के साथ लूडो खेल रही थी और जब उसके पास पैसे खत्म हो गए तो उसने अपने आप को ही दांव पर लगा दिया और हार गई।
Ajab Gazab : प्रतापगढ़. उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया हैं जिसमें महिला अपने मकान मालिक के साथ लूडो खेल रही थी और जब उसके पास पैसे खत्म हो गए तो उसने अपने आप को ही दांव पर लगा दिया और हार गई। इसके बाद उसने अपने पति को फोन लगाकर कह दिया कि मैं अपने आप को लूडो में हार गई हूं और आकर लिखा-पढ़ी कर लो और हमारे चक्कर में मत पड़ना नहीं तो काट कर फेंक दिए जाओंगे।
आपने महाभारत तो देखी ही होगी जब जुए के फड़ पर पांडवों द्वारा द्रौपदी को दांव पर लगा दिया जाता है ओर हार जाते हैं, लेकिन अब उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक ऐसी ही कहानी सामने आई है, शहर के कोतवाली इलाके में रहने वाली एक महिला अपने मकान मालिक के साथ पति की गैर-मौजूदगी में लूडो खेलती रही और जब पैसा खत्म हो गया तो खुद को ही दांव पर लगा दिया, और फिर मकान मालिक के सामने खुद को हार गई।
पीड़ित पति को जैसे ही इसकी सूचना मिली तो वह तुरंत ही परदेश से लौटा तो दर-दर की ठोकरें खाने के बाद पुलिस चौकी में कार्रवाई के लिए तहरीर दी। साथ ही अपना एक बयान सोशल मीडिया पर अपलोड किया, जो कि अब वायरल हो गया है।
किराए से रहती थी पत्नी
पीड़ित पति का दावा है कि वह देवकली (प्रतापगढ़) में किराए के मकान में रहता था. 6 माह पहले वह रोजी रोटी के सिलसिले में राजस्थान के जयपुर चला गया था और कमाई में से पेट काटकर पत्नी को पैसे भेजता रहा. उन्हीं पैसों को महिला अपने मकान मालिक के साथ जुए में उड़ाती रही. पैसे खत्म होने के बाद उसने खुद को भी दांव पर लगा दिया और खुद को हार गई.
‘काटकर फेंक दिए जाओगे’
इस बात की जानकारी जयपुर और दिल्ली में मजूदरी कर रहे पति को पत्नी ने ही फोन पर दी और कहा, ”मैं खुद को लूडो में हार गई हूं. आकर लिखा-पढ़ी कर लो. अब हमारे चक्कर में पड़ोगे तो काटकर फेंक दिए जाओगे.”
महिला 2 बच्चों की मां है
पीड़ित पति के मुताबिक, वह रामपुर बेल्हा का निवासी है. उसकी शादी अमेठी जनपद में हुई थी. पत्नी से उसके दो बच्चे भी हैं. उसने बताया कि लूडो में हारने के बाद पत्नी अब मकान मालिक के साथ ही रह रही है. मैंने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है.