35 साल पहले 1.6 रुपये में मिलता था गेहूं, Twitter पर शेयर किया सालों पुराना बिल, Viral Pic

आईएफएस अधिकारी परवीन कस्वां ने अपने दादाजी का एक पर्चा दिखाते हुए बताया क‍ि 1987 में गेहूं की कीमत क्‍या थी (Photo-twitter-ParveenKaswan) आपको पता है 1987 में गेहूं की कीमत क्‍या थी. नहीं न. क्‍योंक‍ि इतने दिनों तक कौन पर्चा संभालकर रखा होगा.

Twitter Parveen Kaswan : महंगाई की वजह से गेहूं की कीमत पर आसमान है पर क्‍या आपको पता है क‍ि आज से 35 साल पहले गेहूं की कीमत क्‍या थी. शायद नहीं पता होगी पर आपको बतादें क‍ि तब से अब तक जमीन आसमान का अंतर आ चुका है. तब जहां चंद पैसों में एक किलो गेहूं मिल जाया करता था वहीं, अब इसके लिए 13 गुना ज्‍यादा कीमत चुकानी पड़ रही. आइए जानें सही कीमत क्‍या थी.

जे फार्म से खुला राज – Wheat Price in 1987

दरअसल भारतीय वन सेवा (Indian Forest Service) के अधिकारी परवीन कस्वां (Parveen Kaswan) ने वर्ष 1987 के एक बिल की एक तस्वीर ट्वटिर पर साझा की है. इसमें एक किलो गेहूं की कीमत 1.6 रुपये लिखी हुई है. उनके पोस्‍ट करते ही यह ट्टवीट वायरल हो गया. बता दें क‍ि परवीन कस्‍वां ने अपने दादा का J फॉर्म शेयर किया, जो भारतीय खाद्य निगम को बेची गई उपज का बिल है. J फॉर्म अनाज मंडी में किसान की कृषि उपज की बिक्री रसीद है. पहले जब भी लोग मंडी में अपनी उपज बेचने जाते थे तो उन्‍हें इसी तरह की रसीद दी जाती थी. इसे तब पक्‍की रसीद भी कहा जाता था.

40 साल पुरारी पर्चा भी संभालकर रखा – Food Corporation of India

आईएफएस अध‍िकारी ने एक ट्वीट के जवाब में ल‍िखा, जब गेहूं 1.6 रुपये प्रति किलो हुआ करता था. मेरे दादाजी ने 1987 में भारतीय खाद्य निगम (Food Corporation of India) को यह गेहूं बेची थी. उन्‍होंने यह भी बताया क‍ि उनके दादाजी को सभी रिकॉर्ड संजोकर रखने की आदत थी. इसी वजह से यह अभी तक हमारे पास सुरक्षित है. उनके संग्रह में पिछले 40 वर्षों में बेची गई फसलों के सभी दस्तावेज हैं. कोई भी घर पर ही अध्ययन कर सकता है.

46 हजार लोगों ने देखा – Photo twitter Parveen Kaswan

अधिकारी के यह ट्वीट शेयर करने के बाद सोशल मीडिया पर जबरदस्‍त वायरल हो गई. अब तक 46 हजार से अधिक बार इसे देखा गया. 735 लाइक और कई कमेंट्स मिले. एक यूजर ने लिखा, इसे पोस्ट करने के लिए धन्यवाद सर. मैंने आज पहली बार जे फॉर्म के बारे में पढ़ा. एक अन्य ने लिखा, 1987 में सोने की दर 2,570 रुपये थी, इसलिए आज की महंगाई में सोने की दर के अनुसार, गेहूं की कीमत 20 गुना होती. एक अन्‍य यूजर ने तारीफ करते हुए ल‍िखा, कमाल है सर, तब बुजुर्ग खर्च किए गए एक-एक पैसे का पूरा हिसाब लिखते थे. यहां तक क‍ि जो फसल वे बेचते थे, उसका भी रिकॉर्ड इस तरह संभालकर रखते थे. आज के लोगों को यह सीखना चाहिए.

जानें आज क्‍या कीमत

गेहूं की आज की कीमत की बात करें तो सरकार दर यानी जिस दर पर भारतीय खाद्य निगम गेहूं खरीदता है वह तो है 2125 रुपये यानी 21 रुपये 25 पैसे प्रत‍ि किलो. इस ह‍िसाब से देखें तो मौजूदा कीमत के आधार पर इन 35 सालों में एक किलो गेहूं करीब 13.25 गुना महंगा हो गया. वहीं निजी दुकानदारों की बात करें तो बाजार में इस समय गेहूं की कीमत में आग लगी हुई है. कहीं कहीं तो यह 35 रुपये प्रत‍ि क‍िलो तक में भी ब‍िक रहा है. इस ल‍िहाज से देखें तो करीब 21 गुना की बढोतरी हो चुकी है.

Related Articles

Back to top button