सोना खरीदते समय 5 बातों का रखें ध्यान, कोरोना पूर्व स्तर के पार पहुंच सकती है बिक्री

नई दिल्ली
अक्षय तृतीया 3 मई यानी मंगलवार को है। इस दिन सोने में निवेश करना शुभ माना जाता है। आभूषण कारोबारियों को भी इस अक्षय तृतीया पर बेहतर खरीदारी की उम्मीद है। उनका मानना है कि इस बार बिक्री कोरोना पूर्व यानी 2019 के स्तर के पार पहुंच सकती है। विश्व स्वर्ण परिषद के क्षेत्रीय सीईओ (भारत) सोमासुंदरम पीआर ने कहा, अक्षय तृतीया पर लाखों लोग परंपरागत रूप से शगुन के लिए सोने की खरीदारी जरूर करेंगे। अगर आप भी खरीदारी करना चाहते हैं तो पांच बातों का ध्यान जरूर रखें।

हॉलमार्क वाले आभूषण खरीदें : खरीदारी के दौरान शुद्धता का ध्यान रखें। हॉलमार्क वाले आभूषण ही खरीदें। कैरेट के अलावा फाइननेस से भी शुद्धता जांच सकते हैं। इसके नंबर होते हैं। 916 का मतलब है कि कॉइन 999.9% शुद्ध है।
जरूर मांगे बिल : सोने की खरीदारी का बिल जरूर लें। ध्यान रखें कि उसमें खरीदे गए सोने के आभूषण, मेकिंग शुल्क और दुकानदार आदि का पूरा विवरण हो।
पैकेजिंग : गोल्ड कॉइन की पैकेजिंग टेंपर प्रूफ होती है। इससे कॉइन की शुद्धता बरकरार रहती है। इसकी पैकेजिंग खराब होने पर इसे आगे बेचने में दिक्कत आ सकती है।
वजन की जांच करें : सोने की खरीदारी करते समय उसके वजन की जांच जरूर करें। कई बार कारोबारी सोने की गलत माप के जरिये ग्राहकों को चूना लगाते हैं।
मेकिंग शुल्क : मेकिंग शुल्क आभूषण लागत का 30 फीसदी तक हो सकता है। इस पर छूट भी मिलती है।

55,000 पहुंच सकता है सोना
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज का कहना है कि यूक्रेन युद्ध के कारण वित्तीय बाजारों में अनिश्चितता को देखते हुए सोने में तेजी आने की संभावना है। महंगाई के बावजूद बढ़ती मांग को देखते हुए वैश्विक बाजार में सोना अगले 12 वर्षों में 2,050 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। घरेलू बाजार में सोने के दाम 55,000 रुपये तक पहुंच सकते हैं।

Sourabh Mathur

सौरभ माथुर एक अनुभवी न्यूज़ एडिटर हैं, जिनके पास 13 वर्षों का एडिटिंग अनुभव है। उन्होंने कई मीडिया हॉउस के संपादकीय टीमों के साथ काम किया है। सौरभ ने समाचार लेखन, संपादन और तथ्यात्मक विश्लेषण में विशेषज्ञता हासिल की, हमेशा सटीक और विश्वसनीय जानकारी पाठकों तक पहुंचाना उनका लक्ष्य रहा है। वह डिजिटल, प्रिंट और ब्रॉडकास्ट मीडिया में भी अच्छा अनुभव रखतें हैं और पत्रकारिता के बदलते रुझानों को समझते हुए अपने काम को लगातार बेहतर बनाने की कोशिश करते रहतें हैं।

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